जहांगीराबाद के बैंक काॅलोनी स्थित माइकल का बाड़े में रविवार की दोपहर तीन सगे भाइयों ने संपत्ति विवाद के चलते अपने सगे बुजुर्ग चाचा की चाकू मारकर हत्या कर दी। चाचा माइकल के बाड़े में अकेला रहता था। पुलिस ने शव मर्चूरी में रखवा दिया है। तीनों आरोपी आदतन अपराधी हैं और उनका थाने की गुंडा लिस्ट में नाम हैं। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।
जहांगीराबाद थाना प्रभारी वीरेंद्र सिंह चौहान के मुताबिक 70 वर्षीय जाॅन जाॅर्ज बैंक कालोनी स्थित माइकल का बड़ा में अपने घर में अकेले रहते थे। वे रेलवे के बर्खास्त कर्मचारी थे। बताया गया है कि माइकल का बाडा स्थित दुकान और मकान को लेकर उनका अपने भतीजों माइकल, वैनटी, पीटर, जैम्स और स्टेन्ली से करीब 20 साल से विवाद चल रहा है। मामला एसडीएम कोर्ट में लंबित है, जिसमें जल्द ही फैसला आने वाला है। वर्तमान में जैम्स, पीटर और स्टेन्ली एसडीएम कोर्ट में केस लड़ रहे हैं। संपत्ति को लेकर तीनों भाइयों का चाचा जाॅन जाॅर्ज से विवाद होता था। रविवार की दोपहर करीब दो बजे तीनों भाई पीटर, जैम्स और स्टेन्ली पड़ोस में रहने वाले अपने चाचा के घर पहुंचे थे।
यहां स्टेनली ने उन्हें पकड़ लिया और पीटर और जैम्स ने चाकू उनके पेट में घोंप दिए। अधिक खून बह जाने से जॉन जॉर्ज की मौके पर ही मौत हो गई थी। पड़ोसी राजेश रघुवंशी ने चीख-पुकार सुनकर पुलिस को सूचना दी थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए मर्चूरी में रखवा दिया है। जाॅर्ज का बेटा कटनी में रहता है, जिसे सूचना दे दी गई है। उसके भोपाल आने के बाद पीएम होगा। पुलिस के अनुसार जार्ज ने कुछ साल पहले अपनी पत्नी को जिंदा जलाकर मार डाला था। जिसके चलते उन्हें नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था। जाॅर्ज माइकल के बाडा में पिछले करीब 20 साल से रह रहे थे। टीआई चौहान के मुताबिक पुलिस को वह रिकार्ड नहीं मिला है जिसमें यह पता चल सके कि पत्नी की हत्या के आरोप में जाॅर्ज सजा पूरी कर चुके थे या जमानत पर थे।