ऊना) पितृ पक्ष के बाद नवरात्रे में भी व्यापार की स्थिति में सुधार नहीं हुआ है। हालांकि व्यापारी अभी भी उम्मीद लगाए बैठे हैं कि दशहरा, करवाचौथ , दीपावली और भैया दूज के दौरान बाजार में रौनक आएगी। व्यापारी वर्ग की उम्मीदें इस माह के त्योहारों पर टिकी है।
अभी दीपावली के त्योहार पर लुभावने विज्ञापन आने हैं। इसमें कंपनियां सेल लगा कर ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार शुक्र ग्रह अस्त होने से विवाह और अन्य शुभ कार्य पर विराम लगा हुआ था। अब उदय हो गया है। यह सब होने के बावजूद अभी बाजार से मंदी दूर नहीं हुई है। क्षेत्र के व्यापारियों संजीव कुमार, योगेश शोंकु, कपिल शर्मा, प्रिंस सुधेड़ा, नन्हा, संजय शर्मा के अनुसार त्योहारों के सीजन में पूरे वर्ष भर अच्छे व्यापार की आस रहती है। इस बार भी उन्हें बाजार में तेजी की आस है।
हर व्यापारी को त्योहारों में बाजार में तेजी की आस है। ऑनलाइन शॉपिंग की मार भी मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स के कारोबार पर पड़ी है। उम्मीद है कि त्योहारों का सीजन ठीक जाएगा।
अरविंद चक्रवर्ती, उपाध्यक्ष व्यापार मंडल गगरेट ऑनलाइन शॉपिंग का प्रभाव घर बैठे ऑनलाइन खरीदारी भी कहीं न कहीं बाजार के कारोबार पर असर डाल रही है। लगभग हर तरह का सामान एक क्लिक पर आपके दरवाजे पर कम दाम में उपलब्ध होने से लोग अब बाजार की बजाय ऑनलाइन शॉपिंग पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं।
पंजाब के बाजार हिमाचल पर भारी हिमाचल में बहुत सी चीजें पंजाब से आती हैं। पंजाब हिमाचल से सटा होने के कारण लोग पंजाब के बड़े बाजारों से सामान ले आते हैं। भले ही दाम ज्यादा देने पड़े परंतु वेराइटी ज्यादा मिल जाती है। ग्रहों के फेर में फंसा बाजार हिंदू रीति रिवाज के अनुसार पितृ पक्ष और तारा अस्त यानी शुक्र ग्रह के अस्त होने पर विवाह और अन्य शुभ कार्य न होने का प्रभाव भी बाजार पर पड़ा है। तनख्वाह न मिलने के कारण भी मंदीनिजी उद्योगों में कार्यरत कर्मचारियों को सैलरी लगभग दस तारीख तक मिलती है जिस वजह से भी बाजार में ग्राहक कम हैं।