साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने 203 रनों से जीत दर्ज की है. इस जीत के साथ ही टीम इंडिया के स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने एक खास रिकॉर्ड बनाया. भारत के शीर्ष आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने रविवार को अपने 66वें टेस्ट में सबसे तेज 350 विकेट हासिल करने के श्रीलंका के महान स्पिनर मुथैया मुरलीधरन के रिकार्ड की बराबरी की.
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट की पहली पारी में 27वीं बार पारी में पांच या इससे अधिक विकेट चटकाने वाले अश्विन ने पांचवें दिन थ्यूनिस डि ब्रून को बोल्ड करके यह उपलब्धि हासिल की. अश्विन ने ‘बीसीसीआई.टीवी’ से कहा, ‘‘बेशक, लंबे समय तक खेलने से ऐसी चीजें होती हैं, हम इस तरह की चीजों को लेकर कोई योजना नहीं बनाते. मैं अपने करियर में जहां पहुंचा, इन सारे रिकार्ड के संदर्भ में मैं भाग्यशाली हूं. लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि मैं प्रक्रिया और मूल चीजों पर बरकरार रहूं और चीजों को अधिक से अधिक सरल रखूं.’’
सुबह के सत्र में अश्विन ने अपनी पांचवीं गेंद पर ही भारत को पहली सफलता दिलाई. दक्षिण अफ्रीका की टीम 395 रन के लक्ष्य का पीछा कर रही थी. अपनी तैयारी के संदर्भ में अश्विन ने कहा, ‘‘मैं जितनी बेहतर संभव हो उतनी बेहतर तैयारी करना चाहता था, मैच से पहले पूरी तरह तैयार होना चाहता था, मैच के लिए जाते हुए सर्वश्रेष्ठ मानसिक और शारीरिक स्थिति में होने का प्रयास कर रहा था.’’ इस आफ स्पिनर ने कहा, ‘‘ये सारी चीजें मेरे दिमाग में चलती रहती हैं और मैं मैच से पहले जितना अधिक संभव हो उतना बेहतर तैयार होना चाहता हूं.’’
दिसंबर 2018 के बाद पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे अश्विन अगस्त-सितंबर में वेस्टइंडीज में दो टेस्ट की श्रृंखला में नहीं खेले थे और इस दौरान बायें हाथ के स्पिनर रविंद्र जडेजा को टीम में प्राथमिकता दी गई थी. मौजूदा श्रृंखला के पहले टेस्ट से पूर्व कप्तान विराट कोहली ने हालांकि कहा था कि घरेलू हालात में अश्विन भारतीय टीम की पसंद बने हुए हैं.