पिछले कुछ समय में कई प्रशासनिक अधिकारी व विभागाध्यक्ष आधिकारिक विदेशी दौरों पर गए। मुख्यमंत्री के संज्ञान में आया कि विदेश दौरे से लौटने के बाद किसी भी अधिकारी ने कोई टूअर रिपोर्ट नहीं सौंपी। न ही दौरे से संबंधित किसी तरह का कोई प्रस्तुतिकरण मुख्यमंत्री के सामने पेश किया। इसी को देखते हुए मुख्यमंत्री ने कार्मिक विभाग को निर्देश जारी किए हैं कि अब प्रशिक्षण दौरे को छोड़कर बाकी सभी विदेशी दौरों की अफसरों को दो हफ्तों में रिपोर्ट सौंपनी होगी। जब तक यह रिपोर्ट नहीं सौंपी जाती है, तब तक अगले विदेश दौरे की अनुमति न दी जाए।
अफसरों की ओर से तैयार पीपीटी व टूअर रिपोर्ट को विभाग रिकार्ड में दर्ज करेंगे। मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं कि विदेश दौरे से लौटने के दो हफ्ते के अंदर रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजनी होगी। उस दौरे की रिपोर्ट की पीपीटी तैयार कर उसमें अपनी अनुशंसा और विभागीय मंत्री के लिए स्पष्ट रोड मैप तैयार करना होगा। आदेश की अनुपालना के लिए प्रमुख सचिव वित्त को भी इसकी एक प्रति भेजी गई है।