राजधानी में रविवार शाम 5 बजे आसाराम तिराहे के पास ग्रेड सेपरेटर से ठीक पहले 9 साल का नमन चायनीज मांझे की चपेट में आने से बुरी तरह घायल हो गया। हादसा उस वक्त हुआ जब वह अपनी मां मोनिका पुरोहित और मामा संजय लखवानी के साथ गांधीनगर में टायफाइड का इलाज कराकर घायल लौट रहा था। तीनों एक्टिवा स्कूटर पर सवार थे। नमन सबसे आगे था और मोनिका पीछे बैठी हुई थी।
घटना के बाद नमन के मामा उसे गांधीनगर के विजयश्री हॉस्पीटल ले गए। जहां उसके गले में 16 टांके लगे। मोनिका ने इसी बीच अपने पति अखिलेश पुरोहित को पूरी घटना की जानकारी दी। नमन के परिजनों ने बताया कि घटना स्थल पर चायनीज मांझे के कारण और भी कई लोग घायल हुए थे। यहीं पास ही पुलिस द्वारा चैक पाइंट बनाकर वाहनों की जांच की जा रही थी, लेकिन सड़क पर चायनीज मांझे से घायल होते लोगों का देखकर भी उन्होंने आसपास पतंग उढ़ाने वालों को रोकना के लिए किसी तरह की कार्रवाई नहीं की।
मैं, अपने भाई के साथ नमन को गांधीनगर में डॉक्टर के पास लेकर गई थी। उसका टायफाइड का इलाज चल रहा है। वहीं से लौट रहे थे कि एयरपोर्ट रोड पर ही ग्रेडसेपरेटर के ठीक पहले पीछे से कोई मांझा-मांझा चिल्ला रहा था, तभी नमन भी कहने लगा कि गले में दर्द हो रहा है। रूककर देखा तो चायनीज मांझे से नमन का गला लहुलुहान हो चुका था। हम तुरंत उसे गांधीनगर में इलाज के लिए विजयश्री अस्पताल ले गए।
जहां डॉक्टर ने उसके गले में 16 टांके लगाए। एयरपोर्ट रोड पर 12 से ज्यादा छोटे-बड़े युवक पतंग उड़ा रहे थे, जो कि चायनीज मांझे का प्रयोग कर रहे थे, जिसके कारण कई अन्य वाहन चालक भी घायल हो गए थे। पीछे से मांझा-मांझा आवाज लगाने वाले लोग अगर हमें आगाह नहीं करते तो कोई बड़ी अनहोनी हो सकती थी।