दिल्ली में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने आम पार्टी पार्टी के सवाल को लेकर नया दांव खेला है. बता दें कि बीजेपी की ओर से ट्विटर पर कहा गया था कि अगर दिल्ली में बीजेपी की सरकार आई तो आम आदमी पार्टी की सरकार के मुकाबले पांच गुना ज्यादा दिल्ली की जनता को देगी.इस पर दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्वीट कर पूछा कि क्या बीजेपी 1000 यूनिट बिजली और एक लाख लिटर पानी फ्री देगी ? इस बात का जवाब देते हुए मनोज तिवारी ने सब्सिडी बनाम बेनिफिट का नया राग छेड़ दिया है.
केजरीवाल से चल रहे अपने ट्विटर युद्ध की अगली कड़ी का खुलासा करते हुए मनोज तिवारी ने एबीपी न्यूज़ से अपनी खास बातचीत के दौरान कहा कि मैंने पांच गुना अधिक बेनिफिट देने की बात कही है. उन्होंने कहा कि मैंने 5 गुना अधिक सब्सिडी देने की बात नहीं कही. ये बेनिफिट भी पांच साल में प्रति परिवार को मिले बेनिफिट के आधार पर माना जाएगा.
दरअसल, दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने चुनावी माहौल को लूटने के लिए पांच गुने बड़े पैकेज की बात तो कह दी लेकिन इस बात को उन्होंने बीजेपी की किसी आधिकारिक समिति के सामने नहीं रखा. जिसके कारण बीजेपी के दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर ने भी कह दिया कि मनोज तिवारी ने केजरीवाल सरकार से पांच गुना ज्यादा देने की बात नहीं कही है. एबीपी न्यूज़ के बीजेपी सूत्रों के मुताबिक मनोज तिवारी ने बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष को तो ये बात बताई थी लेकिन चुनाव प्रभारी से राय नहीं ली थी.
चुनाव प्रभारी जावड़ेकर के बयान पर सफाई देते हुए मनोज तिवारी ने कहा, ”प्रकाश जावड़ेकर जी सब्सिडी को मना कर रहे थे. उन्होंने ये नहीं कहा कि पांच गुना बेनिफिट की बात मनोज तिवारी ने नहीं कही, बल्कि ये कहा कि मनोज तिवारी ने सब्सिडी की बात नहीं कही. बेनेफिट बड़ी चीज है. इसको समझिए. ”मनोज तिवारी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल जी से मैं जानकारी मांग रहा हूं कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने पिछले पांच साल में प्रति व्यक्ति कितना फायदा दिया है? इस जानकारी के बाद हम अगले पांच साल में उससे मिनिमम पांच गुना ज्यादा बेनिफिट देने का वादा करते हैं.
जब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर ये पूछा कि क्या बीजेपी एक हजार यूनिट बिजली और एक लाख लिटर पानी फ्री देगी तो मनोज तिवारी ने बीजेपी की गणित समझाते हुए कहा,” पांच साल वर्सेज पांच साल की बात होगी. बेनेफिट या सब्सिडी दोनों में उनको अंतर नहीं समझ आ रहा है.बीजेपी मानती है कि आप सरकार ने जो बिजली-पानी मुफ्त का वादा किया था उसका लाभ दिल्ली के सिर्फ बीस प्रतिशत परिवारों को ही पहुंचा है. यानि सिर्फ उन परिवारों को ही जिन्होंने लिमिट के भीतर ही बिजली-पानी खर्च किया. बीजेपी का अनुमान है कि इस लाभ को देने में खर्च हुई कुल रकम का पांच गुना जुटाना बहुत मुश्किल नहीं होगा.
मनोज तिवारी ने कहा, “पावर और वाटर पर जो सब्सिडी है हम उसको कट नहीं करेंगे. जितनी सब्सिडी अभी है उसे बनी रहने देंगे. लेकिन केजरीवाल ने कई सब्सिडी तो प्रैक्टिकली सिर्फ दो महीने तक ही दी है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बयान के मुताबिक हम जो करेंगे 60 महीने के लिए करेंगे. तो इस हिसाब से बीजेपी जो बेनिफिट देगी वह तीस गुना ज्यादा हो जाएगा. दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष तिवारी ने कहा कि “हम दो या तीन महीने की नहीं 60 महीने की सुविधाएं यानि बेनेफिट देने जा रहे हैं, लेकिन हमारे बेनिफिट को जानने के लिए केजरीवाल को इस बात का खुलासा करना होगा कि उन्होंने कितना बेनिफिट पांच साल में प्रति परिवार को दिया. अगर आपने दो महीनों के लिए बहनों को फ्री बस में चढ़ा दिया तो पांच साल में कितना फायदा दिया बताइए इसी तरह अन्य योजनाओं के बारे में बताइए.”
तिवारी ने बार-बार खुश होकर दोहराया कि हम सब्सिडी की बात नहीं कर रहे हैं, हम बेनिफिट की बात कर रहे हैं. अरविंद केजरीवाल बताएं कि पांच साल में कितने परिवार को बिजली पर और कितने को पानी पर राहत दी गई. फिर हम 5 गुना ज्यादा तक देंगे. मान लें कि उन्होंने जीरो स्कूल बनाए तो हम 5 स्कूल बनाव देंगे.मनोज तिवारी ने कहा कि बीजेपी के घोषणा पत्र में हम इसका ठोस प्रारूप लाएंगे. उदाहरण के लिए, अगर केजरीवाल ये कहेंगे कि हमनें एक भी स्कूल नहीं बनाया तो बीजेपी पांच स्कूल बना देगी. ऐसे में हमनें पांच गुना कर दिया. इतनी छोटी सी बात पर केजरीवाल की नींद उड़ गई है. अगर केजरीवाल सरकार ने एक परिवार को तीन महीने तक बिजली में 800 रूपए का बेनिफिट दिया यानि कुल पांच साल में उस परिवार को 2400 रूपए का फायदा पहुंचा तो हम उस परिवार को पांच साल में कम से कम 12,000 रुपयों को फायदा पहुंचाएंगे.
जब मनोज तिवारी से पूछा गया कि बीजेपी शासित राज्यों में बीजेपी ने क्या दिया ? मनोज तिवारी ने सिर्फ हरियाणा का ही उदाहरण देना उचित समझा और कहा कि हमनें हरियाणा में किसानों को दिल्ली से पंद्रह गुना सस्ती बिजली दी है. हरियाणा में हमनें दिल्ली की तुलना में औद्योगिक इलाके में एक तिहाई कम दाम में बिजली दी है. अंत में मनोज तिवारी ने राजनीति का प्राचीन जुमला बोलते हुए कहा – “अगर पांच गुना बेनिफिट नहीं दिए तो मनोज तिवारी राजनीति में नहीं दिखेगा.”