जनवरी माह के पहले और दूसरे सप्ताह में हिमालय क्षेत्रों में भारी बर्फबारी के बीच अब इन इलाकों में हिमखंड गिरने का खतरा बढ़ गया है। इसे देखते हुए मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। सैलानियों के साथ आम लोगों को हिदायत दी गई है कि वे इन क्षेत्रों के आसपास न जाएं। आपदा प्रबंधक ने भी हिमखंड गिरने के खतरे को लेकर सतर्क रहने को कहा है।
प्रदेश में सबसे अधिक हिमखंड गिरने का खतरा लाहौल के उदयपुर और चंबा के किलाड़ क्षेत्र में है। जहां नौ जगहों पर हिमस्खलन हो सकता है। प्रदेश के 24 बर्फीले इलाके चयनित किए गए हैं, जहां हिमखंड गिर सकते हैं। इनमें जलोड़ी दर्रा से लेकर मनाली, लेह, किन्नौर और शिमला के क्षेत्र भी शामिल हैं। मौसम विभाग ने सैलानियों और आम लोगों को जिला कुल्लू के खनाग, जलोड़ी दर्रा-सोझा के साथ सोलंगनाला के आसपास न जाने की हिदायत दी है।
जनजातीय क्षेत्र लाहौल में दो दिन से रोज हिमखंड गिर रहे हैं। जिसमें एक व्यक्ति को अपनी जान गंवानी पड़ी। जिले के सभी एसडीएम, तहसीलदारों को स्टेशन न छोड़ने और जिला कुल्लू आपदा प्रबंधन को रात दिन चौकस रहने के आदेश दिए हैं। पुलिस अधीक्षक कुल्लू गौरव सिंह ने पर्यटकों के साथ स्थानीय लोगों को मौसम की स्थिति भांपकर आवाजाही करने को कहा है। उन्होंने कहा कि जहां बर्फ अधिक और हिमखंड गिरने का खतरा रहता है, उन जगहों पर आगामी एक सप्ताह तक दूर रहें।
जिला कुल्लू के खनाग-जलोड़ी दर्रा से सोझा क्षेत्र के साथ सोलंगनाला, सोलंग -धुंधी -व्यासकुंड, अटल टनल के साउथ पोर्टल, कोकसर -छतडू -बातल, काजा -ताबो -समदो, कल्पा -कड़छम-सांगला-छितकुल, नारकंडा से ठियोग, क्लाथ, नेहरुकुंड -कुलंग -पलचान-कोठी, कोठी -रोहतांग दर्रा-कोकसर-सिस्सू-तांदी, तांदी-केलांग-दारचा, दारचा-जिंगजिंगबार, अटल टनल के नॉर्थ पोर्टल-सिस्सू-तांदी, जिंगजिंगबार-बारालाचा-सरचू, सरचू-लाचूंगला दर्रा, पंग-तंगलगला, तांदी -कीर्तिंग -थिरोट-कुकमसेरी-त्रिलोकीनाथ, उदयपुर, थमोह-किलाड़, किलाड़-बरवास, गाहर-कालावन-रानीकोट तथा ट्रैक रूट मणिमेहश में हिमखंड गिरने का खतरा है।