नेताओं से जुगाड़ लगाकर घर के पास प्रति नियुक्ति पर सेवाएं दे रहे 100 से ज्यादा मेडिकल अफसरों, पैरा मेडिकल स्टाफ, मिनिस्ट्रियल स्टाफ, नर्सों और अन्य कर्मचारियों को स्वास्थ्य विभाग ने वापस बुला दिया है। अगर ये कर्मचारी वापस अपने स्थान पर ड्यूटी ज्वाइन नहीं करते हैं तो जनवरी में इनकी तनख्वाह रिलीज नहीं की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के निदेशक अजय कुमार गुप्ता ने आदेश जारी किए हैं।
आदेश के मुताबिक जिनका 14 जनवरी तक डेपुटेशन खत्म हो गया है, उन्हें वापस बुलाया गया है। सरकार को लगातार शिकायतें मिल रही हैं कि अफसरों और कर्मचारियों की जहां तैनाती की गई है, वहां पर सेवाएं देने की बजाय प्रतिनियुक्ति पर घर के पास ड्यूटी दे रहे हैं। धर्मशाला में विधानसभा शीत सत्र के दौरान भी सरकार से ऐसी शिकायत की गई है। बताया गया कि अस्पतालों में नर्सों की भारी कमी है। पैरा मेडिकल स्टाफ भी कम है।
हर दो महीने बाद डॉक्टर, नर्स, पैरा मेडिकल स्टाफ के पद सृजित किए जा रहे हैं, लेकिन कई कर्मचारी ऐसे हैं जो जुगाड़ कर घर के पास सेवाएं दे रहे हैं। कई नर्सें भी प्रतिनियुक्ति करवाकर घर के नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों में डटी हैं। स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार ने बताया कि जुगाड़ लगाकर प्रतिनियुक्ति पर गए अफसरों, नर्सों और पैरा मेडिकल स्टाफ को निर्धारित स्टेशन पर बुलाया जाएगा। इन सबकी प्रतिनियुक्ति रद्द की जाएगी। फील्ड में स्टाफ की कमी के चलते यह निर्णय लिया गया है।