हिमाचल के बर्फीले क्षेत्रों में मौसम खुलते ही हिमखंड गिरने का खतरा बढ़ गया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने ऊंचाई वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की अपील की है। उधर, गुरुवार को प्रदेश के कई क्षेत्रों में बारिश-बर्फबारी का पूर्वानुमान है। 21 जनवरी तक मौसम खराब रहने की संभावना है। बुधवार शाम तक भी प्रदेश में 233 सड़कें बंद रहीं। जनजातीय जिलों लाहौल और किन्नौर में दुश्वारियां अभी भी बरकरार हैं।
राज्य में पश्चिमी विक्षोभ कमजोर पड़ गया है। इसके चलते 17 जनवरी के लिए जारी की गई भारी बर्फबारी और बारिश की चेतावनी अब नहीं है। कुछ क्षेत्रों में 16 और 17 जनवरी को बर्फबारी और बारिश होने की संभावना है। लाहौल में बिजली, पानी, सड़कें और इंटरनेट सेवाएं पूरी तरह से जाम हैं। कुल्लू घाटी का जनजीवन भी अभी पटरी पर नहीं लौटा है। कुल्लू और लाहौल में करीब 200 सड़कें बंद हैं।
बिजली के बिना कई गांवों में अंधेरा छाया हुआ है। बीते 12 दिनों से अवरुद्ध हाईवे 305 को बहाल करने के लिए अथॉरिटी बुधवार से सोझा और खनाग से बर्फ हटाने का काम शुरू कर दिया है। 10 किलोमीटर के दायरे में नेशनल हाईवे को जलोड़ी दर्रा तक तीन से छह फुट बर्फ की दीवार को हटाना होगा। किन्नौर जिले के डेट सुंगरा के पास एनएच सहित अन्य ग्रामीण सड़कें बाधित हैं, वहीं एनएच पांच बहाल हो गया है।
नारकंडा से निगम की बसों को आवाजाही शुरू हो गई है। उपमंडल के कई ग्रामीणों रूटों पर निगम की बसें आधे रास्ते तक भेजी जा रही हैं। उधर, राजधानी शिमला सहित प्रदेश के सभी क्षेत्रों में मौसम साफ रहा। धूप खिलने से लोगों को ठंड से कुछ राहत महसूस हुई। बुधवार को भुंतर में अधिकतम तापमान 18.7, कांगड़ा में 18.0, ऊना में 17.4, सुंदरनगर में 16.5, सोलन-बिलासपुर में 16.0, हमीरपुर में 15.8, चंबा में 14.2, शिमला में 14.0, धर्मशाला में 10.4, डलहौजी में 3.9, कल्पा में 2.9 और केलांग में माइनस 0.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ।