गृह मंत्रालय ने बड़ा फैसला लेते हुए बीते 22 वर्षों से ब्रू जनजाति रिफ्यूजी का मुद्दा हल कर लिया है. लगभग 35 हजार ब्रू शरणार्थियों को त्रिपुरा में बसाया जाएगा. इसके साथ ही उन्हें सरकार की तरफ से वित्तीय सहायता दी जाएगी. सभी के परिवार को प्लाट और खेती की ज़मीन दी जाएगी. साथ ही अगले दो वर्षों तक 5 हज़ार रुपये की सहायता भी जाएगी.
Bru tribes को त्रिपुरा की मतदाता सूची में शामिल किया जाएगा. मिजोरम में मिज़ो और Bru tribes के बीच संघर्ष के चलते लगभग 35 हज़ार Bru tribes त्रिपुरा में शरणार्थी बन कर रह रहे थे. इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मैं सबको बधाई देता हूं कि जो समस्या पिछले 25 वर्षों से थी उसका हल हो गया. 1997 से जो मिज़ोरम के भीतर एथनिक टेंशन हुआ उससे करीब 30 हज़ार लोगों को अस्थाई शिविरों में रखा गया था. केवल 328 परिवार ही मिज़ोरम में बसे थे. किन्तु इसके बाद से करीब सभी 30 हज़ार लोगों को त्रिपुरा में बसाया जाएगाइसके लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने 600 करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की है। दिल्ली में मिजोरम के सीएम जोरमथांगा ने कहा है कि आज ब्रू नेताओं, त्रिपुरा सरकार और मिज़ोरम सरकार के साथ एक महत्वपूर्ण समझौते पर दस्तखत किए हैं। यह 25 वर्षों से चल रहे ज्वलंत मुद्दे को स्थायी रूप से हल करेगा