वाणिज्यिक कर विभाग ने गुटखा किंग कमलकांत चौरसिया और शशिकांत चौरसिया की गोविंदपुरा स्थित गुटखा कंपनियों पर हिसाब-किताब के रजिस्टर में दर्ज मात्रा से ज्यादा स्टॉक पाए जाने पर कुल 3.86 करोड़ रुपए की पेनाल्टी लगा दी है। इसका नोटिस कंपनियों को भेज दिया गया है। साथ ही इन कंपनियों के संचालकों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
वाणिज्यिक कर विभाग के एंटी एवेजन ब्यूरो के डिप्टी कमिश्नर एसके श्रीवास्तव ने बताया कि ईओडब्ल्यू के साथ गई वाणिज्यिक कर विभाग की टीम ने वहां सारे हिसाब किताब के दस्तावेज अपने कब्जे में लेकर कई दिन तक बुक्स और स्टॉक का सत्यापन किया था। कंपनी की ओर से किसी जिम्मेदार अधिकारी के सामने न आने पर विभाग की टीम ने अपने स्तर पर ही इस मूल्यांकन का काम शुरू किया। विभागीय अधिकारी ईओडब्ल्यू के छापे के बाद हुई आगजनी की घटना के बाद हिसाब किताब के सारे दस्तावेज अपने साथ ले गए थे। ये ईओडब्ल्यू के अरेरा हिल्स स्थित ऑफिस में रखे गए थे, जहां उनका परीक्षण किया गया।
टैक्स चोरी का आकलन स्क्रूटनी के बाद: विभागीय सूत्रों ने बताया कि अभी तक इस मामले में हुई कुछ टैक्स चोरी का सही सही आकलन होना बाकी है। विभागीय टीम दस्तावेजों की स्क्रूटनी में लगी है। इसमें अभी लंबा समय लग सकता है। बुक्स और स्टॉक के मिलान के बाद अब विभाग की टीम यह पता लगाने में जुटी है कि पिछले दो सालों के दौरान गोविंदपुरा स्थित यूनिट से राजश्री और कमला पसंद की कुल कितनी बिक्री हुई। मालिकों के सामने न आने के बाद अब कंपनी इसके डीलर नेटवर्क के जरिए यह पता लगाएगी। वह आने वाले दिनों में भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर के सारे बड़े डीलर्स से तलब करके यह पता लगाएगी कि उन्होंने पिछले सालों में कितना माल उठाया