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रुचि ठाकुर ने कहा, मुख्यमंत्री कमलनाथ के इस बयान से ज्योतिरादित्य सिंधिया से जुड़े कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भावनाएं आहत हुई हैं. इसलिए वे चाहते हैं कि सिंधिया मध्य प्रदेश विकास कांग्रेस को एक बार फिर से खड़ा करें. ये भी पढ़ेंः प्रियंका गांधी राज्यसभा जाएंगी या नहीं, सोनिया गांधी लेंगी फैसला इस बीच, प्रदेश सरकार के दो मंत्री इमरती देवी और प्रधुम्न सिंह तोमर सिंधिया के साथ सड़कों पर उतरने का ऐलान कर चुके हैं. जबकि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस बात को स्पष्ट किया है कि वह किसी से नाराज नहीं हैं. लेकिन इसके बावजूद भी सिंधिया समर्थकों का इस तरीके से बयान आना पार्टी के लिए उचित नहीं कहा जा सकता है. हालांकि इससे पहले भी सिंधिया के कांग्रेस से नाराज होने के बाद पार्टी छोड़ने की अफवाह उड़ती रही हैं जिसे खुद सिंधिया खारिज कर चुके हैं. अब देखना होगा कि महिला कांग्रेस की महासचिव की मांग पर पार्टी आलाकमान और खुद ज्योतिरादित्य सिंधिया का क्या रुख होता है? 1996 में माधवराव सिंधिया ने बनाई थी पार्टी ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता माधवराव सिंधिया ने 1996 में कांग्रेस ने नाराज होकर अलग पार्टी का गठन किया था. माधवराव सिंधिया ने तब मध्य प्रदेश विकास कांग्रेस का गठन किया था और चुनाव लड़ा था. उन्होंने इसमें जीत हासिल की थी. इस पार्टी का चुनाव चिह्न ‘उगता सूरज’ था…

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ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के नेता वारिस पठान के भड़काऊ बयान पर अब पार्टी प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने एक्शन लिया है. बयान के बाद पार्टी की किरकिरी के बाद असदुद्दीन ओवैसी ने वारिस पठान के मीडिया से बात करने पर रोक लगा दी है. अब जबतक पार्टी इजाजत नहीं देगी तबतक वारिस पठान सार्वजनिक रूप से बयान नहीं दे पाएंगे.

नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ कर्नाटक के गुलबर्गा में जनसभा के दौरान वारिस पठान ने विवादित बयान दिया. उन्होंने कहा था, ‘हम 15 करोड़ ही 100 करोड़ लोगों पर भारी हैं. यह बात याद रख लेना.’ जिसके बाद उनकी आलोचना की गई, असदुद्दीन ओवैसी ने भी इस बयान की निंदा की थी.

वारिस पठान के प्रवक्ता हैं और हिन्दी पट्टी में पार्टी का जाना-माना चेहरा हैं. रैली में वारिस पठान बोले थे ‘हमने ईंट का जवाब पत्थर से देना सीख लिया है. मगर हमको इकट्ठा होकर चलना पड़ेगा. आजादी लेनी पड़ेगी और जो चीज मांगने से नहीं मिलती है, उसको छीन लिया जाता हैवारिस पठान के बयान पर बवाल हुआ था तो उन्होंने सफाई भी दी. अपनी सफाई में उन्होंने कहा कि मैंने किसी धर्म का नाम नहीं लिया और ना ही किसी के खिलाफ कुछ कहा. हालांकि, उन्होंने इस बयान पर माफी नहीं मांगी थी

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी वारिस पठान के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी थी. तेजस्वी का कहना था कि उन्हें तुरंत गिरफ्तार कर लेना चाहिए. तेजस्वी ने इसी के साथ बीजेपी पर भी निशाना साधा था और कहा था कि AIMIM बीजेपी की बी टीम की तरह काम कर रही है.

गौरतलब है कि वारिस पठान के अलावा AIMIM के साथ जुड़ा हुआ एक और विवाद सामने आया था. असदुद्दीन ओवैसी की एक सभा में युवती ने पाकिस्तान के जयकारे के नारे लगाए थे. जिसके बाद युवती को गिरफ्तार कर लिया गया है. असदुद्दीन ओवैसी ने इस बयान को गलत बताया और एक्शन लेने की मांग की.

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