सिर्फ अंग्रेजी माध्यम में स्कूल प्रवक्ता (न्यू) की परीक्षाएं लेने के विवाद के बाद लोकसेवा आयोग ने आगामी आदेशों तक भर्ती प्रक्रिया को रोक दिया है। अभ्यर्थियों के विरोध के बाद राज्य लोकसेवा आयोग ने उच्च शिक्षा निदेशालय के पाले में गेंद डाल कर इसी सप्ताह स्पष्टीकरण देने को कहा है। आयोग की सचिव ने कहा है कि शिक्षा निदेशालय के जवाब के बाद आगामी परीक्षाओं का भविष्य तय होगा।
अब मामला तूल पकड़ने पर आयोग ने बुधवार को उच्च शिक्षा निदेशक को पत्र भेजकर स्कूल प्रवक्ता भर्ती के लिए अनिवार्य शैक्षणिक योग्यता स्पष्ट करने और आरएंडपी नियम संशोधित करने को कहा है। आयोग की सचिव राखिल काहलो ने बताया कि आगामी परीक्षाएं निदेशालय के स्पष्टीकरण के बाद ही होंगी। आवेदकों को इसकी सूचना दे दी जाएगी। बता दें कि अमर उजाला ने तीन मार्च को शीर्षक ‘पढ़ाई हिंदी माध्यम में, लोकसेवा आयोग ले रहा अंग्रेजी में परीक्षा’ से खबर प्रकाशित पर प्रमुखता से इस मामले को उठाया था।
स्कूल प्रवक्ता के राजनीति शास्त्र की परीक्षा 14 मार्च और इतिहास की परीक्षा 23 मार्च को ली जानी प्रस्तावित है। यह परीक्षाएं इन्हीं तारीख होंगी या इनकी तारीख बदली जाएगी। इसको लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। बीते दिनों ही कामर्स, अंग्रेजी और हिंदी की परीक्षाएं हुई है। दो साल पहले हुई एक परीक्षा के कई सवाल हिंदी की परीक्षा में पूछने का मामला सामने आने के बाद आयोग द्वारा हिंदी की परीक्षा रद्द कर दी गई है। इस परीक्षा की नई तारीख भी अभी तय होनी है।