देश में कोरोना के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं और इसमें दिल्ली भी पीछे नहीं है. दिल्ली में अभी तक 525 कोरोना के मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें 329 मामले निजामुद्दीन के मरकज के हैं. दिल्ली में कोरोना का सामना करने के लिए दिल्ली सरकार बड़ी रणनीति बनाई है, जिसको 5 सूत्री महाप्लान का नाम दिया गया है.
इस महाप्लान की सबसे अहम बात यह है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तय किया है कि आने वाले कुछ दिनों के अंदर दिल्ली सरकार एक लाख से ज्यादा कोरोना टेस्ट करवाएगी. एक लाख टेस्ट का मतलब इस तरह से समझे कि आज तक देश में कोरोना के एक लाख टेस्ट ही हो पाए हैं
जबकि दिल्ली में 8500 टेस्ट हुए हैं. सोमवार शाम मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया था कि दिल्ली सरकार ने एक लाख टेस्टिंग किट का ऑर्डर दे दिया है और शुक्रवार तक टेस्टिंग किट आ जाएंगी. उसके बाद बड़े पैमाने पर टेस्ट किए जाएंगे. इस मॉडल को साउथ कोरिया का मॉडल भी कहा जाता है क्योंकि साउथ कोरिया ने भी बड़े पैमाने पर टेस्ट कराकर कोरोना को काबू किया था.
इसके अलावा दिल्ली सरकार की योजना है कि जिन इलाकों को हॉटस्पॉट कहा जाता है यानी जहां पर बहुत सारे मामले सामने आते हैं, उन इलाकों में लोगों की रेंडम सेंपलिंग कराई जाए. आपको बता दें कि दिल्ली में निजामुद्दीन और दिलशाद गार्डन जैसे दो हॉटस्पॉट हैं. दिल्ली सरकार बड़ी संख्या में क्वारंटाइन सेंटर भी तैयार करवा रही है जहां लोगों को रखा जाएगा. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मंगलवार दोपहर 1 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने महाप्लान की विस्तृत जानकारी देंगे.