भोपाल. शहर के नर्मदा अस्पताल में कोरोना पॉजिटिव मरीज नरेश खटीक (52 साल) की मौत के मामले में सीएमएचओ डॉ.सुधीर डहरिया ने नोटिस जारी किया था। जिसका जवाब अस्पताल प्रबंधन ने सीएमएचओ को भेज दिया। अस्पताल प्रबंधन का दावा है कि उन्होंने मरीज का इलाज तय गाइडलाइन के हिसाब से किया था। चूंकि मरीज को अस्थमा, डायबिटीज और निमोनिया था। इसके चलते उसके फेफड़े खराब हो गए थे। इसके चलते उसकी कंडीशन बहुत खराब हो गई थी। इसी के चलते उसकी मौत हो गई।
अस्पताल प्रबंधन की डायरेक्टर डॉ. रेणु शर्मा का दावा है कि उन्होंने मरीज की जानकारी सीएमएचओ डॉ. सुधीर डेहरिया को 3 मार्च की सुबह दी थी। सीएमएचओ ने उसके सैंपल कराने के लिए जेपी अस्पताल बुलाया था। अस्पताल की एंबुलेंस से मरीज को वहां पर लेकर गए थे। इसके बाद सीएमएचओ ने मरीज को अस्पताल ले जाने के लिए कहा था। उनके आदेश पर ही दोबारा उसे यहां पर लाया गया। 4 मार्च को उसकी तबीयत बहुत खराब हो गई थी।
हमीदिया अस्पताल के मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. निशांत श्रीवास्तव से फोन पर चर्चा कर इलाज किया जा रहा था। अस्पताल के डॉक्टर्स भी उसकी निगरानी कर रहे थे। चार मार्च को ही उसे वेंटिलेटर सपोर्ट पर रख दिया गया था। पांच मार्च को जब रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो सीएमएचओ दफ्तर से मरीज की स्थिति के बारे में पूछा गया। स्थिति को देखते हुए सीएमएचओ ने खटीक को अस्पताल में रखने की सलाह दी और उसी रात उसकी मौत हो गई। इसके बारे में भी उनको खबर कर दी गई थी। तय प्रोटोकाल के हिसाब से उसका अंतिम संस्कार किया गया। इधर, सीएमएचओ डॉ सुधीर डेहरिया से इस मामले में कई बार संपर्क करने की कोशिश की गई। लेकिन उन्होंने पहले की तरह फोन नहीं उठाया।
स्वास्थ्य विभाग के एसीएस बने सुलेमान, सुदाम को संचाा
कोरोना पॉजिटिव स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव पल्लवी जैन गोविल के क्वारेंटाइन होने के बाद राज्य सरकार ने मंगलवार देर शाम ऊर्जा विभाग के अपर मुख्य सचिव (एसीएस) मोहम्मद सुलेमान को स्वास्थ्य महकमे का जिम्मा दे दिया गया है। ऊ
विभाग अब सुलेमान के पास अतिरिक्त प्रभार में रहेगा। इसी तरह आईएएस अधिकारी सुदाम पी खाड़े को स्वास्थ्य संचालक बनाया गया है। सुदाम खाड़े एमडी मेडिसिन भी हैं। वह पहले डॉक्टर थे और बाद में आईएएस बने। सड़क विकास निगम के एमडी का उनके पास अतिरिक्त प्रभार रहेगा। स्वास्थ्य विभाग में संचालक के कुल पांच पद होते हैं। पल्लवी जैन गोविल स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव फिलहाल बनी रहेंगी। स्वस्थ होने के बाद उनकी यथावत पोस्टिंग के बारे में सरकार निर्णय लेगी।
इधर, इस फेरबदल के बाद स्वास्थ्य विभाग में तकरीबन नई टीम एक्टिव हो गई है। प्रतीक हजेला को हटाए जाने के बाद पहले ही मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव फैज अहमद किदवई को स्वास्थ्य आयुक्त और कोरोना पॉजिटिव हेल्थ कॉर्पोरेशन के एमडी विजय कुमार जे के क्वारेंटाइन होने के बाद इलैया राजा व एस धनराजू का यह काम दे दिया गया है।
गौरतलब है कि एहतियातन किदवई व नई टीम ने खुद को क्वारेंटाइन किया हुआ है। जल्द ही बाकी अफसरों व डॉक्टरों की बी टीम सक्रिय होगी। इनमें अपर संचालक से लेकर नीचे का अमला होगा। क्वारेंटाइन किए गए अधिकारी, डॉक्टर व कर्मचारियों को पूरा प्रोटोकॉल पूरा करने के बाद ही दोबारा सक्रिय किया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से चर्चा के बाद मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने यह निर्णय किया।