भोपाल में लगातार पैर पसार रहे कोरोना संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए पुलिस-प्रशासन ने जिले में और सख्ती बरतने का फैसला लिया है। शहर में चैकिंग पॉइंट बढ़ाने के साथ-साथ आउटर नाकों पर भी आवाजाही पर रोक लगाई जाएगी।
अब न कोई शहर में आ सकेगा और न ही किसी को जिले से बाहर जाने की इजाजत होगी। मेडिकल इमरजेंसी और शासकीय कर्मचारियों को भी आवाजाही करने के लिए दस्तावेज दिखाने होंगे। एडीजी भोपाल रेंज उपेंद्र जैन ने बताया कि इसके लिए बैरिकेडिंग बढ़ाई जा रही हैं। बुधवार को भोपाल पुलिस ने शांति व्यवस्था बनाए रखने और लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के लिए नए और पुराने शहर में फ्लैग मार्च निकाला। इसमें रुद्र, वज्र, जिप्सी व बस समेत 15 वाहन शामिल रहे। मार्च में एसटीएफ, क्यूआरएफ, एसएएफ व जिला बल के करीब 120 पुलिसकर्मी शामिल हुए।र्च््च
फ्लैग मार्च पुराने पुलिस कंट्रोल रूम से शुरू होकर एक्सटॉल तिराहा, जिंसी चौराहा, बोगदा पुल, ऐशबाग स्टेडियम, महामाई का बाग, अशोका गार्डन, द्वारिका नगर, चांदबड़, संगम टॉकीज तिराहा, नादरा बस स्टैंड, भोपाल टॉकीज चौराहा, सिंधी कॉलोनी चौराहा, थाना टीला जमालपुरा क्षेत्र, डीआईजी बंगला, हाउसिंग बोर्ड, 80 फीट रोड, बेस्ट प्राइस, भानपुर तिराहा, छोला मंदिर, दशहरा मैदान, शाहजहांनाबाद, इमामी गेट, पीरगेट, रेतघाट, पॉलिटेक्निक चौराहा, राजभवन तिराहा होते हुए वापस पुलिस कंट्रोल रूम पर खत्म हुआ।
लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ बीते 24 घंटे में भोपाल पुलिस ने 79 केस दर्ज किए हैं। भोपाल जिले में 22 मार्च से अब तक लॉकडाउन उल्लंघन के कुल 753 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। ये कार्रवाई टीटी नगर, कमला नगर, जहांगीराबाद, स्टेशन बजरिया, पिपलानी, अवधपुरी, कोतवाली, तलैया और गुनगा पुलिस ने की हैं।
एएसपी क्राइम ब्रांच निश्चल झारिया की रिपोर्ट फिलहाल नहीं आई है। हालांकि, पुलिसकर्मियों में बढ़ती कोरोना चेन तोड़ने के मकसद से वे भी सेल्फ आइसोलेशन में चले गए हैं। वे अपने दफ्तर में ही रुक रहे हैं। उन्होंने अपने कमरे में किसी भी बाहरी या अन्य स्टाफ के आने पर रोक लगा रखी है, इसलिए अपने कमरे की साफ-सफाई भी खुद ही कर रहे हैं