कोरोनावायरस का कहर भारत में लगातार जारी है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक भारत में कोरोनावायरस से संक्रमितों की संख्या 12,380 हो गई है. पिछले 24 घंटों में कोरोना के 941 नए मामले सामने आए हैं और 37 लोगों की मौत हुई है. देश में कोरोना से अब तक 414 लोगों की मौत हो चुकी है, हालांकि 1489 मरीज इस बीमारी को हराने में कामयाब भी हुए हैं.
वहीं, अमेरिका में कोरोना वायरस से 24 घंटे के भीतर बुधवार को करीब 2,600 लोगों की मौत हो गई जो किसी भी देश में इस संक्रामक रोग से मरने वाले लोगों की सर्वाधिक संख्या है. अमेरिका के जॉन्स हॉप्किन्स विश्वविद्यालय के अनुसार, 24 घंटे में 2,569 लोगों की मौत हुई. इसके साथ ही अमेरिका में मरने वाले लोगों की कुल संख्या 28,326 पहुंच गई है जो किसी भी देश के मुकाबले मृतकों की सबसे अधिक संख्या है.
बता दें, देश में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए लॉकडाउन को 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है. हालांकि 20 अप्रैल से लॉकडाउन के दौरान उन इलाकों में कुछ छूट भी दी जाएंगी, जहां कोरोना के मामले कम हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में लॉकडाउन बढ़ाने की घोषणा की थी. बता दें कि पहले चरण का लॉकडाउन 14 अप्रैल को खत्म हो रहा था.
वहीं, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने बुधवार को कहा कि वह कोरोना वायरस से निपटने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन लगाने के भारत के समय रहते लिए गए फैसले का समर्थन करता है. इससे एक दिन पहले आईएमएफ ने अपने वर्ल्ड इकोनोमिक आउटलुक में 2020 में भारत की विकास दर 1.9 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया था.
ईएमएफ के एशिया और प्रशांत विभाग के निदेशक चांग योंग री ने यहां संवाददाता सम्मेलन के दौरान पत्रकारों से कहा, ‘‘आर्थिक मंदी के बावजूद सरकार ने देशव्यापी बंद लागू किया और हम भारत के समय रहते लिए गए फैसले का समर्थन करते हैं.’ भारत में 25 मार्च को तीन हफ्ते का बंद लागू किया गया था जो 14 अप्रैल को समाप्त होना था. बाद में बंद को तीन मई तक बढ़ा दिया गया.
उन्होंने बताया कि पूरे एशिया-प्रशांत क्षेत्र पर कोरोना वायरस का असर गंभीर और अभूतपूर्व होगा. 2020 में एशिया की वृद्धि थम-सी जाएगी. उन्होंने कहा कि 2021 में उम्मीद है. अगर विषाणु पर नियंत्रण लगाने की नीतियां कामयाब होती है वृद्धि में फिर से उछाल आ सकता है. हालांकि उन्होंने कहा कि यह कहना अनिश्चित है कि इस साल कैसी प्रगति होगी. री ने कहा कि यह पहले की तरह कारोबार करने का समय नहीं है.