उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में मेडिकल टीम पर हमला करने के मामले में बाकी आरोपियों की तलाश तेज हो गई है. अभी तक 17 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि बाकी आरोपियों की पहचान के लिए फुटेज खंगाले जा रहे हैं. पूरे इलाके में रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के साथ भारी संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है.
इस बीच हमले का शिकार हुए डॉक्टर एस.सी. अग्रवाल ने लड़खड़ाती जुबान में पूरी घटना की आपबीती बताई. उन्होंने कहा कि सैकड़ों लोगों ने अचानक हमला कर दिया था. फिर मैं जमीन पर गिर गया, पता नहीं किसी ने भीड़ के बीच से निकालकर बाहर निकाला, वरना मुझे जान से मार देते
डॉक्टर एस.सी. अग्रवाल ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव मृतक के परिजन क्वारनटीन के लिए सहमत थे और परिवार के लोग गाड़ी में बैठ गए थे. पता नहीं कहां से लोगों की भीड़ आई और अचानक जानलेवा हमला बोल दिया. कुछ लोग कह रहे थे कि खाना नहीं देते हो, गलत इंजेक्शन लगा रहे हो. उसके बाद पथराव शुरू हुआ. एक ईंट मेरे मूंह पर आकर लगी.
मुरादाबाद के नवाबपुरा मोहल्ला स्थित हाजी नेब की मस्जिद इलाके में रहने वाले सरताज की मौत हुई थी. वह कोरोना पॉजिटिव निकला था. इसके बाद मेडिकल टीम बुधवार को मृतक के परिजनों और उसके संपर्क में आए लोगों को क्वारनटीन के लिए पहुंची. स्वास्थ्य विभाग और पुलिस टीम पर अचानक इलाके के लोगोंने जानलेवा हमला करते हुए पथराव शुरू कर दिया.
स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर और कर्मचारियों को भी चोटें आईं और पुलिस प्रशासन की दो गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की गई. इसके बाद मौके पर भारी पुलिस फोर्स पहुंच गई है. हालांकि, इस दौरान भी पथराव जारी रहा. कई महिलाएं छतों से पथराव करती देखी गई. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कार्रवाई शुरू कर दी है.
अब तक 7 महिलाओं सहित 17 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. इन सभी के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए), महामारी एक्ट समेत कई धाराओं में कार्रवाई की जा रही है. इसके अलावा अन्य लोगों की भी पहचान की जा रही है, जिनकी गिरफ्तारी भी जल्द की जायेगी. मौके पर अधिकारियों की टीम कैंप कर रही है.