ऊना प्रदेश में कोरोना की लड़ाई में स्वास्थ्य कर्मी, पुलिस जवानों के अलावा सफाई कर्मियों की अहम भूमिका से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। अब धार्मिक क्षेत्र चिंतपूर्णी की ही बात करें तो यहां सुलभ इंटरनेशनल के सफाई कर्मचारी कोरोना बीमारी से निपटने को लेकर अहम भूमिका अदा कर रहे हैं। ये आधा दर्जन से ज्यादा सफाई लॉकडाउन के बाद भी सारा दिन क्षेत्र की सफाई करने में जुटे रहते हैं। पूरी ईमानदारी से रूटीन में अपना काम कर रहे हैं।
सफाई कर्मियों में सतपाल, अमरजीत, राजू लाल, कर्मजीत ने बताया कि प्रदेश में कोरोना महामारी के चलते देश के प्रधानमंत्री की ओर से लॉकडाउन को बढ़ाना देश की जनता के हित में लिया गया फैसला है। सफाई कर्मियों ने कहा कि चाहे लोग लॉकडाउन के दौरान घरों में बैठे हो, लेकिन वे रोजाना सारे क्षेत्र की सफाई कर अपना फर्ज निभा रहे हैं। जिससे कहीं गंदगी न फैले
। ये सफाई कर्मी कोरोना बीमारी से बिना डरे नालियों से कूड़ा भी निकाल रहे हैं। इन सफाई कर्मियों ने पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से अपने संदेश में उनका नाम लेने के लिए आभार प्रकट किया है। लेकिन, इन सफाई कर्मियों को मंदिर ट्रस्ट और जिला प्रशासन ने इस आपदा के समय फ्री राशन देकर अभी तक राहत नहीं दी है।
प्रशासनिक अधिकारियों की मानें तो काम कर रहे सफाई कर्मी ठेकेदार की लेबर है, इसलिए उन्हें राशन नहीं दिया जा सकता। मगर प्रशासन को ये भी सोचना होगा कि गरीब तबके में आने वाले इन सफाई कर्मियों को मंदिर ट्रस्ट अगर एक बार राशन दे भी देगा तो कोई गुनाह नहीं हो जाएगा। उधर, भरवाईं के नायब तहसीलदार महेंद्र सिंह ने बताया कि प्रशासन हर गरीब व जरूरतमंद की मदद करने में आगे आया है। लेकिन, क्षेत्र में सफाई कर्मचारी ठेकेदार की लेबर है। इसलिए इनको फ्री राशन नहीं दिया जा सकता।