राजधानी में 9 दिन की एक मासूम कोराना पॉजिटिव पाई गई है। उसे यह संक्रमण जन्म के क्षणों में ही मिल गया था। आंख खोलने के साथ ही उसका सामना कोराेना से हुआ। क्योंकि मां का सिजेरियन कर उसे इस दुनिया में लाने वाली चार में से एक डॉक्टर संक्रमित थी। बच्ची अब मां के आंचल की छांव में ही बीमारी से लड़ रही है। मां को कोरोना का संक्रमण नहीं पाया गया है।
कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 189 से बढ़कर 216 पर पहुंची
उधर, राजधानी में रविवार को 450 सैंपल की रिपोर्ट आई है, जिनमें से 27 नए पॉजिटिव मिले हैं। शहर में पहली बार एक ही दिन में इतने पॉजिटिव मिले हैं। इनमें दीनदयाल रसोई में काम करने वाला नगर निगम कर्मचारी, एक दूधवाला, पांच जमाती, चार पुलिस कर्मचारी और चार अन्य बच्चे भी शामिल हैं। भोपाल में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 189 से बढ़कर 216 पर पहुंच गई है। 15 दिन में भोपाल में कोरोना के 174 मरीज मिले चुके हैं। सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि 440 सैंपल की रिपोर्ट मिली है, इसमें से 27 सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
हर दिन आते हैं 200 से ज्यादा ग्राहक
शिवाजीनगर स्थित पांच नंबर स्टॉप पर शर्मा सांची पॉर्लर के संचालक में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। वे सुबह-शाम सांची पार्लर खोल रहे थे। रोज 200 से अधिक लोग उनके यहां से दूध व अन्य सामान लेकर जाते थे। उन्हें डर है किसी ग्राहक से ही संक्रमण हुआ होगा। उनके इलाके में दो-तीन पॉजिटिव मिले हैं। पड़ोस में जांच हो रही थी, बिना कोई लक्षण उन्होंने जांच कराई थी।
शनिवार तक रसोई का प्रबंधन संभाला
दीनदयाल रसाेई में काम करने वाले एक निगम कर्मचारी भी कोरोना का शिकार हुए हैं। वे शनिवार तक ड्यूटी पर थे और रसोई का प्रबंधन संभाल रहे थे। वे इसके लिए सब्जी-किराना लेने के साथ, जोन से खाना लेने आने वाले लोगों से भी मिलते-जुलते थे। बरखेड़ी में घर के पास लगे शिविर में जांच कराई थी, जिसमें वे पॉजिटिव आए। उनके संपर्क में रहने वाले 55 लोगों ने रविवार को ही टेस्ट कराए हैं।