भोपाल. शहर में कोरोना पीड़ितों के इजाफे के बीच सामने आया है कि इनमें से कई में इसके लक्षण नहीं मिले लेकिन जांच कराने पर रिपोर्ट पाॅजिटिव आई है। रविवार को सांची पार्लर संचालक, दीनदयाल रसोई में प्रबंधन देख रहे निगमकर्मी और एक किसान का मामला ऐसा है। इनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं थे, वे तो कैंप लगने पर यूं ही जांच कराने चले गए थे।
इस बीच कोरोना का दायरा शहरी क्षेत्र से आगे बढ़ते हुए अब ग्रामीण इलाकाें में भी जा पहुंचा है। ईंटखेड़ी सब सेंटर और काेलार इलाके की आशा कार्यकर्ता काेराेना पाॅजिटिव मिली हैं। दाेनाें काे चिरायु अस्पताल में भर्ती कराया है।ज
जबकिपरिजनाें समेत संपर्क में आने वाले 60 से ज्यादा लाेगाें काे गांधी नगर में बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया है। दाेनाें के सैंपल चार दिन पहले लिए गए थे। ये आशा कार्यकर्ता शनिवार तक अपने क्षेत्र में घर-घर जाकर सर्वे कार्य कर रहीं थीं। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दाेनाें से पूछताछ की और पहली बार में जिन लाेगाें की कांट्रेक्ट हिस्ट्री मिली है उनकाे क्वारेंटाइन कर दिया गया है।
इधर ईंटखेड़ी पंचायत के एक किसान में करोना पुष्टि हुई है। पिछले कुछ दिनों से वो भी जरूरतमंद लोगों को खाना बांटने काम कर रहे थे। उनको आशंका है कि उनको यहीं से कोरोना हुआ होगा। इधर, बाबा नगर झुग्गी बस्ती में तीन लोग कोराेना संक्रमित पाए गए हैं।
प्रसूता के टांके कटवाने गए थे, जांच कराई तो पॉजिटिव आई बच्ची की रिपोर्ट
सुल्तानिया अस्पताल के डॉक्टर्स के मुताबिक बरखेड़ी में रहने वाली प्रसूता को 6-7 अप्रैल की दरमियानी रात डिलीवरी के लिए भर्ती किया गया था। इसका इलाज पहले से इसी अस्पताल की डॉक्टर भारती परिहार द्वारा किया जा रहा था। 7 अप्रैल को सुबह 11 बजे प्रसूता को सिजेरियन डिलीवरी के लिए ऑपरेशन थियेटर ले जाया गया। ऑपरेशन में तीन डॉक्टर शामिल थीं। इनमें एक जूनियर डॉक्टर की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट 7 अप्रैल को आई। आशंका जताई जा रही है कि ऑपरेशन के वक्त मौजूद जूनियर डॉक्टर से बच्ची को संक्रमण हुआ होगा। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है। बच्ची के रिश्तेदार ने बताया कि 16 अप्रैल को अस्पताल में टांके कटवाने बुलाया गया था। इस दौरान कोरोना टेस्ट के लिए बच्ची और मां के सैंपल लिए गए थे।
निगमकर्मी में संक्रमण, कमिश्नर समेत कई अफसर आइसोलेशन में
गरीबों को भोजन वितरण करने वाली दीनदयाल रसोई का प्रबंधन देख रहे निगमकर्मी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद निगमायुक्त बी विजय दत्ता, अपर आयुक्त मयंक वर्मा, कमल सोलंकी, राजेश राठौड़, मेहताब सिंह गुर्जर व उपायुक्त विनोद शुक्ला और खाद्य विभाग की फूड ऑफिसर होम आइसोलेशन में चले गए हैं। ये सब निगम कर्मचारी के संपर्क में रहे हैं
। दीनदयाल रसोई को बंद कर दिया गया है। गरीबों और बेसहारा लोगों के भोजन वितरण की वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है। रसोई में सब्जी और किराना सामग्री लाने का काम भी पॉजिटिव रिपोर्ट आए निगम कर्मचारी के ही पास था। विभिन्न जोन से भोजन पैकेट लेने के लिए आने वाले कर्मचारी भी उनके संपर्क में रहे हैं। इन सभी अधिकारियों के साथ दीनदयाल रसोई और माता मंदिर पर उनके संपर्क में आए अधिकारियों और कर्मचारियों ने रविवार को जांच कराई। इनकी संख्या 55 तक बताई जाती है। रिपोर्ट तीन दिन में आएगी।
कमिश्नर ने कहा कि यह सभी अधिकारी जांच रिपोर्ट आने तक घर से ही मॉनिटरिंग करेंगे।मकान मालिक से संक्रमित हुआ डीएसपी का ड्राइवरभोपाल में पदस्थ एक डीएसपी ट्रैफिक के ड्राइवर की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आ गई है। कॉन्टैक्ट हिस्ट्री की पड़ताल करने पर पुलिस को पता चला कि सिपाही पहले से पॉजिटिव अपने मकान मालिक के संपर्क में आया था और खुद भी संक्रमित हो गया।
गौतम नगर थाने के दो और हबीबगंज थाने में पदस्थ एक सिपाही भी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इन तीनों को ड्यूटी के दौरान संक्रमण हुआ। पहले संक्रमित हो चुके दो पुलिसकर्मियों के दो परिजन की भी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई है। अब तक भोपाल में 21 पुलिसकर्मी और उनके 19 परिजन संक्रमण के दायरे में आ चुके हैं।