मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि फिलहाल प्रदेश में सीमित रियायतें ही दी जाएंगी। प्रदेश में अगले 10 दिनों तक सरकारी कार्यालय नहीं खुलेंगे। इसके बाद हालात की समीक्षा की जाएगी और उसके अनुसार ही काम किया जाएगा। सीएम ने कहा कि कोरोना से चल रही जंग में अब अगर किसी वॉरियर की मौत होती है तो सरकार परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा देगी। सीएम सोमवार को होटल पीटरहॉफ में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव ने बताया कि इस बार प्रदेश को बहुत वित्तीय नुकसान हुआ है।
हालत यह है कि जहां मार्च से अब तक औसतन हर बार 400 करोड़ राजस्व आता था, वहीं इस बार यह 40 से 45 करोड़ ही रह गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल में अन्य प्रदेशों की तुलना में हालात काफी अच्छे हैं लेकिन अभी भी स्थिति खुश होने जैसी नहीं है। उन्होंने फिर दोहराया कि बाहरी राज्यों में फंसे लोग जहां हैं, वहीं रहें। आश्वासन दिया कि सरकार उन्हें वहीं हर संभव मदद पहुंचाने का प्रयास कर रही है। इस दौरान शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज, मुख्य सचिव अनिल खाची, अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान, डीजीपी सीताराम मरडी आदि भी मौजूद रहे।
सीएम ने कहा कि कौन-कौन लोग कोरोना पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आए हैं, यह जानने को सीडीआर तक की मदद लेनी पड़ी। वर्तमान में प्रदेश में 39 मामलों में से 25 मरकज से आए थे। लाख अपील के बाद भी ये अपनी जानकारी साझा नहीं कर रहे थे। इसी वजह से उन्हें व डीजीपी को सख्त शब्दों में चेतावनी जारी करनी पड़ी। सीएम ने कहा कि हमीरपुर में आए दो मामले अलग तरह के हैं, जिनकी वजह से चिंता है।
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री व माकपा विधायक राकेश सिंघा के मजदूरों को खाना न दिए जाने को लेकर दिए जा रहे धरने पर मुख्यमंत्री ने तीखी प्रतिक्रिया दी। सीएम बोले कि यह समय सियासत का नहीं है।
पूरी दुनिया इस महामारी से जूझ रही है। सीएम ने दावा किया कि प्रदेश में कोई भी व्यक्ति खाने को लेकर परेशान नहीं है। हर दिन वह खुद सुबह-शाम अफसरों के साथ बैठक कर सुनिश्चित करा रहे हैं कि कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे। सीएम ने कहा कि कोरोना से लड़ी जा रही जंग में सुझावों का स्वागत है।
हिमाचल में कोरोना पॉजिटिव से निगेटिव हुए लोगों के 14 दिनों के बाद दोबारा टेस्ट होंगे। प्रदेश में 39 कोरोना पॉजिटिव मामले हैं, जिनमें से 16 लोगों की रिपोर्ट दो बार निगेटिव आ चुकी है। इन्हें 14 दिनों तक क्वारंटीन किया जाएगा और फिर दोबारा टेस्ट होगा।
अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान ने कहा है कि हिमाचल में ज्यादा से ज्यादा कोरोना संदिग्ध लोगों के सैंपल लिए जा रहे हैं। पहले प्रतिदिन 100 से100 सैंपल लिए जाते थे, लेकिन अब पालमपुर और नेरचौक में टेस्ट किट स्थापित होने से सैंपलों की संख्या बढ़कर साढ़े 300 से ज्यादा हो गई है।