हिमाचल के हमीरपुर जिले में दो कोरोना संक्रमितों के घर और गांव के करीब सभी ग्रामीण जांच के बाद कोरोना निगेटिव आ रहे हैं। इसके चलते जिले में कोरोना संक्रमित दो लोगों का मामला मेडिकल साइंस और प्रदेश सरकार के लिए पहेली बनता जा रहा है। मामला सामने आने के चार दिन के बाद भी यह पता नहीं चला है कि आखिर महिला और पुरुष कैसे संक्रमण की चपेट में आए।
दोनों का न तो कोई यात्रा इतिहास है, न परिवार और गांव में कोई कोरोना संक्रमित व्यक्ति है। नादौन उपमंडल के स्कूल प्रिंसिपल और हमीरपुर के एक पंचायत की प्रवासी ठेकेदार की पत्नी को छह दिन पहले हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में लिए रैंडम सैंपल की जांच के बाद कोरोना संक्रमित घोषित किया था। दोनों ने पूछताछ के बाद बताया कि उन्होंने पांच मार्च के बाद जिले से बाहर यात्रा नहीं की है।
दूसरी तरफ, 18 अप्रैल को स्वास्थ्य विभाग ने दोनों संक्रमितों के घर और गांव जाकर परिवार और ग्रामीणों के सैंपल भी लिए। बुधवार शाम तक 265 सैंपल की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। एहतियातन स्वास्थ्य विभाग ने दोनों संक्रमित व्यक्तियों की आसपास की डेढ़ दर्जन पंचायतें और पूरे नगर परिषद हमीरपुर को सील कर लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाया। बड़े स्तर पर हॉटस्पॉट एरिया में स्क्रीनिंग और सैंपलिंग का अभियान शुरू किया।
509 टीमें अभी तक साढ़े सात हजार से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग कर चुकी हैं। अभी तक दोनों संक्रमित व्यक्तियों के मूल स्रोत का पता नहीं चला है। अब जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने दोनों संक्रमितों का दोबारा सैंपल लेकर जांच के लिए लैब भेजने का निर्णय लिया है। उपायुक्त हरिकेश मीणा ने कहा कि दोनों संक्रमितों का दोबारा सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा जाएगा। अभी तक कोरोना संक्रमण के स्रोत का पता नहीं चला है।