ऊना। सरकार और स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार लोगों को सतर्क रहने एवं सामाजिक दूरी बनाए रखने जैसी हिदायतें दी जा रही हैं। फिर भी कुछ लोग बेफिक्र होकर इन बातों पर ज्यादा ध्यान नहीं दे रहे हैं।
ऐसा ही मामला वीरवार को गगरेट विधानसभा क्षेत्र के कुछ सरकारी स्कूलों में देखने को मिला। जहां अध्यापकों की ओर से बच्चों के अभिभावकों को पुस्तकें वितरण की जा रही थीं, लेकिन कुछ अभिभावक किताबें लेने के लिए सामाजिक दूरी की परवाह किए बिना जमावड़ा लगाकर खड़े हो गए, जबकि उक्त स्कूल का प्रशासन भी सोशल डिस्टेंसिंग बनाने में असमर्थ रहा।
गश्त पर निकले गगरेट थाना प्रभारी हरनाम सिंह ने खुद इस पर कड़ा संज्ञान लिया। उन्होंने जहां अभिभावकों को सोशल डिस्टेंसिंग का फायदा समझाया, वहीं स्कूल प्रशासन को भी भविष्य में ऐसी कोताही न बरतने का आह्वान किया, ताकि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ी जा रही जंग को आघात न लग।
उक्त स्कूल के प्रधानाचार्य/अध्यापकों ने बताया कि उन्होंने स्कूल में किताबें लेने के लिए सिर्फ विद्यार्थी अथवा अभिभावक में से किसी एक को ही बुलाया था और उसके लिए सीमित रोल नंबर के विद्यार्थियों को सूचना दी थी। लेकिन, कुछ अभिभावक बिन बुलाए पहुंच गए, जिससे दिक्कत आई। इसके अलावा अन्य कुछ स्कूलों में भी इसी तरह की समस्या सामने आने की जानकारी मिली है
जहां पुलिस ने पहुंचकर व्यवस्था सुचारु की। उधर, गगरेट थाना प्रभारी हरनाम सिंह का कहना है कि वीरवार को कुछ स्कूलों में नि:शुल्क पुस्तक वितरण के समय सोशल डिस्टेंसिंग बिगड़ने के मामले देखने को मिले। जहां पुलिस ने खुद पहुंचकर सोशल डिस्टेंसिंग ठीक करवाया। थाना प्रभारी ने कहा कि नियमों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।