बीते 25 मार्च से लागू लॉकडाउन की वजह से देश की इकोनॉमी प्रभावित हुई है. इससे देश की ऑटो इंडस्ट्री को भी बड़े नुकसान की आशंका है. इस बीच, लॉकडाउन में मारुति सुजुकी ने कार बिक्री के आंकड़े जारी किए हैं.
इन आंकड़ों के मुताबिक बीते महीने घरेलू बाजार में मारुति सुजुकी की एक भी कार नहीं बिकी है. ऐसा पहली बार हुआ कि अप्रैल में मारुति सुजुकी ने एक भी गाड़ी नहीं बेची. हालांकि, बंदरगाहों के खुलने के बाद कंपनी ने मूंदड़ा बंदरगाह से 632 कारों का निर्यात किया है. निर्यात के लिए सभी सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन किया गया है.
दरअसल, बीएस 4 से बीएस 6 ट्रांसमिशन के चलते ऑटो कंपनियां पहले से मार झेल रही थीं, लॉकडाउन ने बची कसर पूरी कर दी. अप्रैल में रिकॉर्ड जीरो बिक्री की प्रमुख वजह 25 मार्च से देशभर में लॉकडाउन होना है. आपको बता दें कि लॉकडाउन के लिए जारी सरकारी दिशानिर्देशों के अनुसार कंपनी के प्लांट्स में उत्पादन बंद है.
अगर मार्च की बात करें तो मारुति की बिक्री 47 प्रतिशत घटकर 83,792 इकाई रह गई थी. कंपनी ने बयान में बताया था कि घरेलू बिक्री मार्च 2019 की 1,47,613 इकाइयों की तुलना में 46.4 प्रतिशत घटकर मार्च 2020 में 79,080 इकाई रह गई.
इस दौरान ऑल्टो और वैगनआर जैसी छोटी कारों की बिक्री 15,988 इकाई रही, जो पिछले साल इसी महीने में 16,826 इकाई थी. इस तरह मार्च में छोटी कारों की बिक्री में पांच प्रतिशत की कमी आई. स्विफ्ट, सेलेरियो, इग्निस, बलेनो और डिजायर जैसे मॉडल वाले कॉम्पैक्ट खंड में बिक्री 50.9 प्रतिशत घटकर 40,519 इकाई रही थी. कंपनी ने बताया था कि मार्च में निर्यात में भी 55 प्रतिशत की कमी आई है.
कोरोना संकट की वजह से बीते दिनों मारुति सुजुकी ने अपने प्लांट में वेंटिलेटर, मास्क और पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट यानी पीपीई का निर्माण शुरू करने का ऐलान किया था. कंपनी के मुताबिक AgVa हेल्थकेयर के साथ प्रति माह 10,000 वेंटिलेटर का निर्माण करना है.