बिहार में सत्तारूढ़ एनडीए के दोनों घटक दल जनता दल यूनाइटेड और बीजेपी के बीच सब कुछ सामान्य नहीं है. इसका एक उदाहरण रविवार को देखने को मिला जब बिहार बीजेपी के अध्यक्ष डॉक्टर संजय जायसवाल ने सार्वजनिक रूप से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार को घेरा.
संजय जायसवाल ने अपने एक सोशल मीडिया पर पोस्ट में कहा कि बिहार सरकार के अधिकारी कोई बात ठीक से नहीं बताते. उनकी शिकायत प्रवासी बिहारी संघ से भी सम्बंधित थी कि इस सम्बंध में ना कोई नोडल अधिकारी फ़ोन उठाते हैं ना सही जानकारी मिलती हैं. उन्होंने इस सम्बंध में उत्तर प्रदेश का हवाला दिया और कहा कि देखिए वहां कैसे मुख्य सचिव के द्वारा सभी जानकारी दी जाती हैं.
इससे पूर्व भी संजय जयसवाल ने बिहार सरकार की सार्वजनिक रूप से आलोचना पिछले साल पटना में जल जमाव के समय की थी. हालांकि बिहार भाजपा के कई सांसद नीतीश कुमार से ख़फ़ा हैं और उन्होंने पिछले हफ़्ते से हो रही बैठक के दौरान नीतीश कुमार का नाम लेकर आलोचना की थी सांसदों की शिकायत थी कि कोटा से छात्रों को लाने में जान बूझ कर देरी की गयी.
वहीं जनता दल यूनाइटेड के नेताओं का कहना है कि सरकार के हर बैठक में उपमुख्य मंत्री सुशील मोदी शामिल होते हैं और भाजपा के बिहार इकाई के अध्यक्ष अपने हर सवाल का जवाब उनसे मांग सकते हैं. लेकिन नीतीश कुमार के खिलाफ सार्वजनिक पोस्ट कर वो अपने राजनीतिक नौसिखियापन और सस्ती लोकप्रियता के लिए एक बेताब नेता का परिचय देते हैं.