आईसीएमआर की गाइडलाइन के अनुसार जिन कोरोना संक्रमित मरीजों को अस्पताल से डिस्चार्ज करके घर भेजा जा रहा है वे पुन: जांच में कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं। मंगलवार को जीआरएमसी की वायरोलॉजीकल लैब में हुई जांच की रिपोर्ट में ऐसा ही मामला सामने आया। सोमवार को स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज किए गए मुबीन खान की रिपोर्ट फिर पॉजिटिव आई। इसके बाद डॉक्टरों ने उसे घर से बुलवाकर दोबारा भर्ती कर लिया। इस तरह का यह दूसरा मामला है।
इससे पहले बेहट के देवेंद्र कुशवाह के साथ भी ऐसा ही हुआ था। मुवीन को मिलाकर ग्वालियर के 2, डबरा में 4 तथा भिंड में कोरोना के 13 नए मरीज मिले हैं। इससे पहले बेहट के देवेंद्र कुशवाह रविवार को डिस्चार्ज हुए थे। सोमवार को उनकी रिपोर्ट फिर पॉजिटिव निकली। जिले में अभी तक कोरोना संक्रमितों की संख्या 85 (इनमें 2 लाेग दोबारा संक्रमित) पहुंच गई है। जबकि जिले में पहली मौत डबरा के गंगाराम रोहिरा की हुई है। बाकी दो सुरेंद्र आैर ज्योति प्रदेश के बाहर के थे, जो सड़क हादसे में घायल होने के बाद यहां आये थे।
मरीज का नाम- मुबीन खान (20) निवासी खजांची बाबा की दरगाह : गुढ़ा-गुढ़ी का नाका खजांची साहब की दरगाह के पास रहने वाला मुबीन खान 6 मई को साथी अवरोज के साथ ट्रक में सवार होकर चैन्नई से ग्वालियर आया था। 9 मई को उसकी रिपोर्ट पॉजिटिवआई तो सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। यहां 17 मई को सैंपल लेने के बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया गया। मंगलवार को आई रिपोर्ट में वह फिर पॉजिटिव निकला। मुबीन के चाचा रमजान का कहना है कि उसे कोई परेशानी नहीं है। लेकिन डॉक्टर उसे फिर से अस्पताल ले गए हैं।
मरीज का नाम- खुशबू (25) निवासी बाला बाई की छतरी
खुशबू गुड़गांव की एक निजी कंपनी में मैकेनिकल इंजीनियर है। लॉकडाउन के कारण वह वहां फंस गई। छोटा भाई रोहित ई-पास लेकर 11 मई को कार से गु़ड़गांव गया और उसी रात उसे लेकर वापस आ गया। रोहित और खुशबू ने 17 मई को जेएएच में सैंपल दिया था। खुशबू की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जबकि रोहित की रिपोर्ट आना बाकी है। रोहित ने बताया कि घर में कुल 6 सदस्य हैं और खुशबू सहित किसी को भी कोई परेशानी नहीं है।
मरीज का नाम- पियूष मिश्रा (26) निवासी ऊषा कॉलोनी डबरा
पियूष मिश्रा 8 मई को राजेंद्र गुप्ता के अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे। पियूष के घर में कुल चार सदस्य हैं। इसमें से सिर्फ पियूष का ही सैंपल लिया गया है।
गुप्ता परिवार के पास के मुहल्ले में रहने वाले 63 वर्षीय रमेश चंद्र भी पत्नी पुष्पा व भाई वीरेंद्र के साथ राजेंद्र गुप्ता के घर शोक संवेदना व्यक्त करने गए थे। इसलिए इन तीनों के सैंपल लिए गए। जांच में रमेश चंद्र के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है, जबकि अन्य दो की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
मरीज का नाम- संतोष गुप्ता (45) निवासी डबरा
संतोष गुप्ता : मृतक राजेंद्र गुप्ता के रिश्तेदार हैं और वे उनके अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे। 17 मई को उनका सैंपल हुआ था जो पॉजिटिव आया है।
मरीज का नाम- संजना गुप्ता (40) निवासी डबरा : संजना गुप्ता भी मृतक राजेंद्र गुप्ता की रिश्तेदार हैं। 17 मई को उनका सैंपल हुआ था जो पॉजिटिव आया है। हादसे में घायल संक्रमित युवती का शव विद्युत शवदाह गृह में फंसा, बांस से भीतर करने की काेशिश की, हॉल में धुआं भरते ही छोड़कर भागे
पांच दिन पहले गुना में हुए सड़क हादसे के घायलों में शामिल ज्योति की मंगलवार को तड़के मौत हो गई। सोमवार को उसके कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। दोपहर 12.30 बजे लक्ष्मीगंज मुक्तिधाम में नगर निगम के कर्मचारी आैर प्रशासनिक अधिकारी उसका अंतिम संस्कार कराने पहुंचे।
यहां विद्युत शवदाह गृह में उसका शव रखा गया तो आधा शव इलेक्ट्रिक प्लेटफार्म के गेट में ही फंसकर रह गया। गेट बंद होने से पहले ही भट्टी चालू हो गई। इससे शवदाहगृह के हाल में धुआं भरने लगा। नगर निगम के कर्मचारी ने शव को बांस से भट्टी के भीतर करने की कोशिश की पर नाकाम रहा। इसके बाद वह शव को उसी हाल में जलता छोड़कर हाल के बाहर निकल आया।
उल्लेखनीय है कि जिले में कोरोना संक्रमण के कारण पहली मौत डबरा निवासी बुजुर्ग की हुई थी। उसकी अंत्येष्टि के लिए प्रशासनिक अमला जब लक्ष्मीगंज मुक्तिधाम पहुंचा तो विद्युत शवदाह गृह खराब था। इसके चलते उनका संस्कार खुले में कराना पड़ा। इससे पहले कोरोना पाॅजिटिव गंगाराम रोहिरा का शव एंबुलेंस में फंस गया था। एंबुलेंस के ड्राइवर ने पीपीई किट उतार कर शव निकालने का प्रयास किया। जब शव नहीं निकाल पाए तो गैस कटर मैकेनिक को बुलाकर एंबुलेंस का गेट कटवाया था। मैकेनिक ने भी पीपीई किट नहीं पहनी थी। इस लापरवाही के बाद प्रशासन ने आनन-फानन में विद्युत शवदाह गृह को ठीक कराया। यहां एक बड़ा जनरेटर भी रखवाया गया। इसके बाद भी मंगलवार को लापरवाही की स्थिति सामने आ गई।
ज्योति की मौत के बाद गुना हादसे में मरने वालों की संख्या 5 हो गई है। इस हादसे में ज्योति के पिता सुरेंद्र की भी मौत हो चुकी है। उनकी रिपोर्ट बाद में कोराना पॉजिटिव आई थी। ज्योति का भाई भी कोरोना संक्रमित है।
इंदाैर: लाॅकडाउन तोड़ने वाले काे पकड़ने पहुंची पुलिस पर पथराव
इंदाैर में पुलिस पर पत्थरबाजी की एक और घटना हुई है। मंगलवार काे यहां के रावजी बाजार थाना क्षेत्र में मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। भारी संख्या में लाेग सड़कों पर उतर आए। पुलिस ने लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था, उसे छुड़वाने के लिए महिलाएं, बच्चे व युवा प्रदर्शन कर रहे थे। अधिकारियों ने लाेगाें काे घरों में रहने हिदायत दी तो भीड़ ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पथराव कर दिया। जवानों ने बचाव में बंदूक निकाली तो प्रदर्शनकारी गलियों में दुबक गए। घटना के बाद भारी फोर्स ने इलाके के माहौल को शांत किया और 6 लोगों को गिरफ्तार किया, जबकि 60 लाेगाें पर केस दर्ज किया गया है। गृहमंत्री नरोत्म मिश्रा ने रावजी बाजार की घटना को निंदनीय बताया है।