शहर के बाजार बुधवार को 62 दिन बाद खुले। ज्यादातर दुकानदारों का अधिकांश वक्त दो महीने से बंद दुकानों की साफ-सफाई में ही निकल गया। न्यू मार्केट में शादियों और सरकारी केंटीनों के लिए सामान खरीदने ही लोग पहुंचे। पुराने भोपाल के कपड़ा, इलेक्ट्रिक होलसेल बाजारों में भी पहले दिन कारोबार कमजोर ही रहा। कई व्यापारियों ने बाजार खोलने का समय 11 से 5 बजे तक रखे जाने पर भी आपत्ति ली। उनका कहना था
कि इतनी गर्मी में ग्राहक चुनिंदा सामान खरीदने बड़े बाजारों में क्यों जाएगा? नए और पुराने शहर के बाजारों में सामान्य दिनों की तुलना में 5-7% तक ग्राहकी रही। इसके बावजूद सभी बाजारों में कारोबारियों का कहना था कि बुधवार को पहला दिन था इसलिए ग्राहकी कम रही। जल्द ही बाजार में रौनक फिर लौटेगी।
भोपाल चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष ललित जैन ने कहा कि खाद्यान्न जैसी जरूरी वस्तुएं तो ग्राहकों को पहले से ही मिल रहीं थी। ऐसे में कोरोना के डर से ग्राहक बाजारों में इक्का-दुक्का सामान खरीदने नहीं जाना चाहते। इसलिए अभी ग्राहकी कम है। लेकिन जल्द ही स्थिति सामान्य होगी और बाजारों में रौनक लौटेगी।
सुबह 11 से शाम 6 बजे तक हो छूट
राजधानी वस्त्र व्यवसायी महासंघ के अध्यक्ष श्यामबाबू अग्रवाल ने काह कि प्रशासन ने दो माह बाद दुकानें खोलने की छूट दी, इसकी खुशी है, लेकिन तेज गर्मी को देखते हुए दुकानों का समय सुबह 11 से 6 बजे तक किया जाना चाहिए। इसकी वजह यह है कि दिन में तेज धूप में कम लोग ही घरों से निकलते हैं। शाम को एक घंटा बढ़ने से लोगों को कुछ राहत मिलेगी।