प्रदेश में नाैतपा के तीसरे दिन भी आसमां से आग बरसती रही। बुधवार को प्रदेश के 13 जिले लू की चपेट में रहे। हालांकि भोपाल में थाेड़ी राहत मिली। यहां तीन दिन बाद पारा 44 से 0.2 डिग्री गिरकर 43.8 डिग्री पर पहुंच गया। वरिष्ठ माैसम वैज्ञानिक एके शुक्ला का कहना है कि अभी जितनी तपनी थी राजधानी उतनी तप गई, अब दाे दिन बाद भाेपाल समेत प्रदेश में माैसम बदल सकता है।
नौगांव और ग्वालियर ज्यादा तपे प्रदेश में नाैगांव और ग्वालियर सबसे ज्यादा तपे। वहां दिन का तापमान 46.2 डिग्री दर्ज किया गया। रीवा में पारा 46, खजुराहाे और सीधी में 45.6 डिग्री दर्ज किया गया। नाैतपा में लगातार बुंदेलखंड, विंध्य और ग्वालियर-चंबल सबसे ज्यादा तप रहे हैं।
तूफान अम्फान के कारण मानसून के हालात अनुकूल
माैसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश ने बताया कि पिछले दिनाे गुजरे तूफान अम्फान के कारण मानसून के हालात अनुकूल हाे गए हैं। राजस्थान जितना तपता है, वह मानसून के लिए अच्छे संकेत माने जाते हैं। मानसून मप्र में एक हफ्ते देर से यानी 20 जून तक और भाेपाल में 22 जून तक दस्तक दे सकता है।