लॉकडाउन के बीच मिली छूट हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (HMIL) ने मई महीने 5,000 से अधिक वाहनों का निर्यात किया है. कंपनी के चेन्नई प्लांट में आठ मई से दोबारा प्रोडक्शन शुरू हो गया है, और पहले दिन ही इस प्लांट में 200 कारों का प्रोडक्शन हुआ था.
धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही अर्थव्यवस्था
एचएमआईएल ने बयान में कहा कि कंपनी सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम के प्रति प्रतिबद्ध है. इसी के अनुरूप मई में कंपनी ने 5,000 से अधिक वाहनों का निर्यात किया है.
एचएमआईएल के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) एस.एस किम का कहना है कि प्लांट में सामान्य तरीके से काम शुरू हो गया है. इसी कड़ी में 5,000 से अधिक वाहनों का निर्यात कर चुके हैं.
कंपनी ने भारत से वाहनों का निर्यात 1999 में शुरू किया था. किम ने कहा कि कंपनी अब तक भारत से चार महाद्वीपों के 88 देशों को 30 लाख से अधिक वाहनों का निर्यात कर चुकी है. पिछले कैलेंडर वर्ष में कंपनी ने 1,81,200 वाहनों का निर्यात किया था.
क्रेटा-वेन्यू की विदेश में भी मांग
एचएमआईएल ने कहा कि 2019 में देश से कुल वाहन निर्यात में उसका हिस्सा 26 फीसदी का था. कंपनी फिलहाल वेन्यू और क्रेटा सहित देश से 10 मॉडलों का निर्यात करती है.
लॉकडाउन की वजह से अप्रैल में कंपनी की घरेलू बाजार में एक भी वाहन नहीं बिका. जबकि इस दौरान हुंडई ने 1341 यूनिट वाहन निर्यात किए.
हुंडई ने एक बयान में कहा कि कंपनी के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में सुरक्षा और सोशल डिस्टेंसिंग दिशा-निर्देशों का 100 प्रतिशत पालन किया जा रहा है. कंपनी के मुताबिक सरकार कोरोना वायरस की वजह से संकट में आई अर्थव्यवस्था को उबारने का प्रयास कर रही है.