केरल में गर्भवती हथिनी को अनानास में पटाखे भरकर खिलाने से उसकी मौत के मामले में हैदराबाद शहर की यूनाइटेड फेडरेशन ऑफ रेजिडेंशियल वेलफेयर एसोसिएशन ने इसमें शामिल बदमाशों की पहचान बताने वाले को दो लाख रुपए का इनाम देने का ऐलान किया है। एसोसिएशन के महासचिव बी टी श्रीनिवास ने ट्वीट कर कहा, ‘मैं उस व्यक्ति को दो लाख की पेशकश करना चाहता हूं जो उन बदमाशों के बारे में जानकारी देगा जिन्होंने गर्भवती हाथनी को अनानास में भरकर पटाखे खिला दिए थे।
55 वर्षीय बी.टी. श्रीनिवासन ‘इस घटना के बारे में पढ़कर बहुत दुख हुआ है। मुझे हैरानी है कि कोई इंसान ऐसा कैसे कर सकता है। केरल में सबसे ज्यादा साक्षरता दर है। क्या शिक्षित लोगों का ऐसा कृत्य है? उनके पास दिल नहीं है? मैं बहुत हैरान हूं और तनाव में हूं।
श्रीनिवासन कृष्णा जिले के वुय्युरु के एक किसान परिवार से आते हैं। 1985 में स्नातक की पढ़ाई करने के बाद वह हैरानबाद में रहने लगे थे। यहां वह स्टॉक ब्रॉकिंग का काम में लग गए थे। उन्होंने बताया कि इस वक्त के उनके पास मेडक जिले के तूप्रण में कुछ जमीन है उनके पास जहां वह अब खेती-बाड़ी करते हैं।
उन्होंने बताया कि केरल की घटना का उनका ट्वीट देखने बाद कई दोस्त इस काम में उनकी मदद के लिए आगे आए हैं। उन्होंने कहा कि देखते हैं कि आरोपियों को पकड़ने के लिए कितना इनाम हो पाता है, लेकिन वह अपनी तरफ से दो लाख रुपए देने का ऐलान किया है। श्रीनिवास केरल जाकर आरोपियों का नाम बताने वाले को खुद अपने हाथों से इनाम सौंपना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसा करने के पीछे उनका एक ही उद्देश्य है कि यह संदेश दिया जा सके कि इंसानों पर हमना करना जितना घृणित है उतना ही जंगली जानवरों पर हमला करना भी। प्रकृति में सब समान हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसी क्रूरता करने वालों के खिलाफ कानून सख्ती नहीं बरतता। इस घटना में आरोपी को तीन साल की जेल मुश्किल से हो सकती है लेकिन उन्हें लगता है कि आरोपियों को कम से कम आजीवन कारावास की सजा मिलनी चाहिए। ऐसे लोगों का नाम चौराहों पर लगना चाहिए और सरेआम बेइज्जत किए जाने चाहिए। जरूरत पढ़े तो कानून में संशोधन भी किया जाना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि केरल के कोच्चि में कुछ लोगों ने मानवता को शर्मसार करते हुए एक हथिनी को अनानास में भरकर पटाखे खिला दिए। ये पटाखे हथिनी के मुंह में फट गए। जिससे हाथी के साथ-साथ उसके पेट में पल रहे बच्चे की भी मौत हो गई थी।”