इन दिनों रायसेन में रुक जाना नहीं योजना के तहत 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं चल रही है। मंडीदीप में निवासी मनोज प्रजापति ने इस परीक्षा में शामिल होने के लिए आवेदन किया था, लेकिन परीक्षा से पहले वह बीमार हो गया और उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। इस कारण उसे कोविड सेंटर में भर्ती होना पड़ा है। लेकिन छात्र मनोज ने परीक्षा में शामिल होने के लिए शिक्षा और प्रशासनिक अधिकारियों से निवेदन किया था।
जिला अस्पताल के आरएमओ डॉ विनोद परमार ने कलेक्टर उमाशंकर भार्गव को इस संबंध में जानकारी दी। इसके बाद 12वीं के छात्र मनोज प्रजापति को एंबुलेंस से शहर के ब्राइट कैरियर स्कूल में बनाए गए परीक्षा केंद्र पर ले जाया गया। लेकिन वहां बताया गया कि कोविड नियमों के मुताबिक, उसका पेपर कोविड केयर सेंटर में ही कराया जाना चाहिए। इसके बाद उसे वापस कोविड केयर सेंटर लाया गया। हालांकि इस संबंध में अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही भी सामने आई, क्योंकि राज्य सरकार पहले इस संबंध में गाइडलाइन जारी कर चुका है, जिसके तहत, कोरोना पॉजिटिव छात्रों को परीक्षा दिलाने की व्यवस्था वहीं करनी होगी। इसके बावजूद पॉजिटिव छात्र को एंबुलेंस से लेकर शहर में घुमाते रहे।
कोविड सेंटर में शिक्षा विभाग ने उसे पेपर और काॅपी उपलब्ध कराई। इसके बाद मनोज ने गणित का पेपर दिया। इस दौरान वहां कोई शिक्षक भी मौजूद नहीं था। कोविड सेंटर में डयूटी पर तैनात डॉक्टर और स्टॉफ नर्स की देखरेख में ही छात्र से पेपर हल करवाया गया। इसके लिए दोपहर 2 बजे से 5 बजे तक का समय तय था। इन दिनों जिला मुख्यालय में रुक जाना नहीं योजना के तहत ऐसे छात्रों के पेपर कराए जा रहे हैं। जो दसवी और बारहवी परीक्ष में फेल हो गए हैं। इस तरह से उन्हें रुक जाना नहीं योजना के तहत पास होने का एक मौका और दिया जा रहा है ।