लोजपा की बिहार प्रदेश संसदीय बोर्ड की मीटिंग चल रही है। इस बैठक में पार्टी प्रमुख चिराग पासवान समेत कई नेता भाग ले रहे हैं। माना जा रहा है कि चिराग पासवान अपने नेताओं के साथ इस बैठक में यह फैसला ले सकते हैं कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव जदयू के खिलाफ लड़ा जाए या नहीं। लोजपा के बिहार संसदीय बोर्ड के सदस्य सह प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा है कि बिहार चुनाव में लोजपा को 123 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए और जदयू के ख़िलाफ़ प्रत्याशी खड़ा करना चाहिए। बिहार विधानसभा के गहमागहमी के बीच चिराग पासवान आज कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं।
बता दें कि बिहार में सत्ताधारी एनडीए गठबंधन में जदयू और लोजपा की बीच तनातनी चल रही है। अभी कुछ दिन पहले ही चिराग पासवान ने विज्ञापन छपवाकर अपनी लाइन क्लीयर कर दी थी। आज की बैठक से पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने जेडीयू अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर फिर निशाना साधते हुए कहा कि मारे गए अनुसूचित जाति और जनजाति समुदाय के लोगों के परिजन को सरकारी नौकरी देने का उनका फैसला ‘और कुछ नहीं, बल्कि चुनाव संबंधी घोषणा’ है।
लोजपा फरवरी 2005 में हुए बिहार विधानसभा के चुनावों में आरजेडी के खिलाफ चुनाव लड़ी थी जबकि दोनों क्षेत्रीय दल केंद्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार का हिस्सा थे। एलजेपी ने कांग्रेस से अपना गठबंधन बरकरार रखते हुए आरजेडी के खिलाफ उम्मीदवार उतारे थे। इसकी वजह से राज्य में किसी को भी बहुमत नहीं मिला जिससे लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद का 15 साल का शासन बिहार में खत्म हुआ और कुछ महीनों बाद एक अन्य विधानसभा चुनाव हुआ जिसमें नीतीश कुमार के नेतृत्व वाला जद (यू) और बीजेपी गठबंधन बहुमत के साथ सत्ता में आया।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा समेत तमाम पार्टी नेता एनडीए के तीनों दलों के साथ मिलकर आगामी चुनाव लड़ने पर जोर दे रहे हैं लेकिन सूत्रों ने कहा कि असहजता का भाव आ रहा है खास तौर पर नीतीश कुमार द्वारा राजद के नेताओं को अपने पाले में करने की कोशिश और मांझी से गठजोड़ कर वह अपनी स्थिति को मजबूत कर रहे हैं।
जेडीयू ने यह भी स्पष्ट किया है कि वह एलजेपी के साथ सीटों की साझेदारी को लेकर कोई बात नहीं करेगी क्योंकि उसके संबंध परंपरागत रूप से बीजेपी के साथ हैं। निर्वाचन आयोग के जल्द ही बिहार विधानसभा चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा करने की उम्मीद है। प्रदेश में विधानसभा की 243 सीटों पर अक्टूबर-नवंबर में चुनाव होने की उम्मीद है।