दो महीने बाद प्रदेश में एडवेंचर एक्टिविटी पैराग्लाइडिंग बुधवार यानी आज से शुरू हो रही है। मॉनसून सीजन के चलते प्रदेश सरकार के पर्यटन विभाग द्वारा पैराग्लाइडिंग पर लगाई गई रोक आज से हट जाएगी। इसके साथ ही अब जिला कांगड़ा के बीड़-बिलिंग, मनाली के सोलंगनाला, चंबा के खज्जियार और धर्मशाला समेत प्रदेश के अन्य जिलों के टूरिस्ट स्पॉट्स पर पैराग्लाइडिंग शुरू हो जाएगी। अधिकारियों के अनुसार कोविड-19 के कारण 6 महीने से पैराग्लाइडिंग नहीं हो सकी है और अब आज से इसे शुरू किया जा रहा है। हिमाचल प्रदेश सरकार ने जुलाई के पहले हफ्ते में पैराग्लाइडिंग की परमिशन दी थी लेकिन फ्लाइट्स बैन होने के कारण इसे शुरू नहीं किया जा सका।
पैराग्लाइडिंग शुरू होने से अब टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगी। दूसरी ओर कोरोना की वजह से बंद हुईं हिमाचल प्रदेश की सीमाएं 174 दिन बाद आज से पूरी तरह खोल दी गई हैं। इसलिए अब दूसरे राज्यों से आने वाले पर्यटकों के लिए किसी तरह के रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं होगी। राज्य सरकार ने ई-रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को समाप्त कर दिया है। बता दें कि प्रदेश के होटल टूरिस्ट्स के लिए खोलने के बाद सैलानियों ने पहले ही हिमाचल के पर्यटन स्थलों का रुख करना शुरू कर दिया था लेकिन ई-रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जारी थी जिसे आज से बंद कर दिया गया है। अब टूरिस्ट्स बिना रोक टोक हिमाचल में प्रवेश कर सकते हैं।
प्रदेश सरकार बीर-बिलिंग में पैराग्लाइडिंग सेंटर बना रही है और ये सेंटर धौलाधार रेंज पर होगा जहां पर भारत पहली बार एएआई पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप की मेजबानी 2015 में कर चुका है। कांगड़ा के बीर में पैराग्लाइडिंग सेंटर के निर्माण के लिए जगह की पहचान कर ली गई है और काम जल्द ही शुरू कर लिया जाएगा। इसके लिए टूरिज्म डिपार्टमेंट ने आठ करोड़ रुपए हिमालयन सर्किट ऑफ स्वदेश दर्शन स्कीम के अंतर्गत मंजूर किए हैं जिससे की इस सेंटर का निर्माण किया जाएगा। बीर इसकी लैंडिंग साइट होगी जोकि तिब्बतन शरणार्थियों और बौद्ध मठों का भी घर है जबकि बिलिंग इसका टेक ऑफ पॉइंट होगा जोकि कांगड़ा से 14 किलोमीटर दूर है।