चीन के साथ एलएसी पर तनातनी और टू फ्रंट वॉर की आशंका के मद्देनजर भारतीय सेना के हौसले पूरी तरह से बुलंद है। दुश्मन के किसी भी दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारतीय सेना जम्मू कश्मीर से लेकर लद्दाख तक पूरी तरह तैयार है। इस बीच, सेना प्रमुख जनरल एम.एम. नरवणे राज्य की सुरक्षा स्थिति और सुरक्षा बलों के ऑपरेशनल तैयारियों का जायजा लेने के लिए श्रीनगर और जम्मू कश्मीर का दौरा कर रहे हैं। सेना के सूत्रों के हवाले से समाचार एजेंसी एएनआई ने यह खबर दी है।
उनका यह दौरा इस लिहाज से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि इस वक्त चीन के साथ एलएसी पर स्थिति बेहद तनावपूर्ण बनी हुई है। चीन की लगातार उकसावेपूर्ण कार्रवाई के बाद दोनों पक्षों की तरफ से फायरिंग तक हुई है। मई के महीने से भारत और चीन के बीच बने गतिरोध और गलवान हिंसा के बाद आर्मी चीफ जनरल एम.एम. नरवणे ने भी लेह में एलएसी का भी दौरा किया था।
पिछले महीने आर्मी चीफ जनरल मुकुंद नरवणे ने फील्ड कमांडर्स से कहा था कि वे किसी भी ‘हालात’ के लिए तैयार रहें और उच्चस्तरीय ऑपरेशनल तैयारी बनाए रखें। आर्मी चीफ ने ये बात हाल के तेजपुर स्थित चौथी कोर मुख्यालय के दौरे के वक्त कही थी। नरवणे दो दिनों के दौरे पर तेजपुर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने अरुणाचल प्रदेश में एलएसी पर भारत की सैन्य तैयारियों की व्यापक स्तर पर समीक्षा की।
समाचार एजेंसी एएनआई ने सैन्य सूत्रों के हवाले से कहा, “आर्मी चीफ ने सभी कमांडर्स से कहा कि किसी भी हालात के लिए तैयार रहें और मोर्चे पर उच्चस्तरीय ऑपरेशनल तैयार को बरकरार रखें।” सेना की ओर से जारी एक वक्तव्य में कहा गया, “सेना प्रमुख ने पूर्वी कमान के सभी कोर कमांडरों से बातचीत की और वर्तमान सुरक्षा स्थिति तथा सैन्य अभियान की तैयारियों की समीक्षा की।”
आपको बता दें कि तीन जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लद्दाख का दौरा किया था। पीएम नरेंद्र मोदी वहां अग्रिम पोस्ट पर जवानों से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया था। पीएम थलसेना, वायुसेना और आईटीबीपी के जवानों से मुलाकात की थी। उन्हें अधिकारियों ने ताजा हालात और तैयारियों की जानकारी दी थी। पीएम के साथ सीडीएस बिपिन रावत और थल सेना अध्यक्ष मनोज मुकुंद नरवणे भी मौजूद थे। माना जा रहा है कि पीएम ने सीमा पर पहुंचकर सैनिकों में जोश भरने के साथ चीन को सख्त संदेश दे दिया था।