आप चाहें कितने ही स्नैक्स खा लें लेकिन भेट भरने का काम सिर्फ रोटी ही करती है। चटपटे पकवान या फिर स्नैक्स आपका मन जरूर भर सकते हैं लेकिन रोटी न सिर्फ हेल्दी होती है बल्कि पाचन को संतुष्टि भी देती है। रोटी पोषक तत्वों से भरपूर होती है। आज हम आप रोजाना बनने वाली रोटियों को और भी ज्यादा पौष्टिक यानी गेहूं के आटे को मल्टीग्रेन आटा बनाने का तरीका बता रहे हैं।
कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन से भरपूर होता है गेंहू का आटा
गेहूं के आटे में कार्बोहाइड्रेट भरपूर मात्रा में होता है साथ ही इससे प्रोटीन का पोषण भी मिलता है। साथ ही बिना छाने आटे की रोटियां बनाने से उनमें फाइबर भी प्रचुर मात्रा में होता है। क्योंकि गेंहू के ऊपर की महीन परत नैचरल और पौष्टिक फाइबर से बनी होती है।
गेहूंं के आटे को बनाएं मल्टीग्रेन आटा
इस प्रकार का आटा तैयार करने के लिए गेहूं तथा अन्य अनाज का अनुपात 3-2 का रखें। जैसे, यदि आप को 5 किलोग्राम आटा तैयार करना है तो गेहूं की मात्रा 3 किलोग्राम तथा सोयाबीन, मक्का, जौ, चना आदि अनाज की मात्रा 500-500 ग्राम रखें। यदि आप बाजार का पैक्ड आटा प्रयोग करती हैं, तो इसी अनुपात में गेहूं के आटे में अन्य अनाज का आटा मिला कर प्रयोग करें।
बच्चों के लिए फायदेमंद
5 किलोग्राम गेहूं के आटे में प्रोटीन के मुख्य स्रोत 500 ग्राम सोयाबीन, 1 किलोग्राम चना और 500 ग्राम जौ मिला कर पिसवाए गए आटे की रोटी खाने से बढ़ती उम्र के बच्चों को लाभ होता है।