अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर रविवार को जिला परिषद सभागार में जिलास्तरीय समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में छठे राज्य वित्त अयोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने ने 10वीं और 12वीं कक्षा में अव्वल रही जिले की 47 बेटियों को 21-21 हजार रुपये के चेक (कुल 9.87 लाख राशि) देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर सतपाल सत्ती ने कहा कि सनातन के इतिहास में नारी हमेशा पूजनीय रही है। भले ही भारत में वेशभूषा, धर्म, रहन-सहन, खानपान आदि की विविधता है, लेकिन हमारी संस्कृति एक ही है। इस संस्कृति ने ही हमें एक धागे में पिरोए रखा है। भारतीय संस्कृति हमें नारी का सम्मान करना सिखाती है और हमें अपने संस्कारों को अनंतकाल तक संजाये रखना है। आज बेटियां भी बेटों के समान हर क्षेत्र में अहम योगदान दे रही हैं। सत्ती ने कहा कि बेटियां शिक्षा, स्वास्थ्य, विज्ञान, राजनीति, खेल गतिविधियों सहित कई क्षेत्रों में अपनी सहभागिता दर्ज करके देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही हैं। हम सभी का कर्तव्य है कि बेटी तथा बेटे में कोई भेदभाव न करे।
इस मौके पर बच्चों की फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। इन बच्चों को भी मुख्यातिथि द्वारा सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर मंडलाध्यक्ष अशोक धीमान, नगर परिषद ऊना के पार्षद विनोद पुरी, एडीसी डा. अमित कुमार, एसडीएम ऊना डा. सुरेश जसवाल, उच्च शिक्षा उपनिदेशक पीसी राणा, प्राथमिक शिक्षा उपनिदेशक देवेन्द्र चंदेल, डाईट देहलां के प्रधानाचार्य देवेंद्र चौहान, जिला कार्यक्रम अधिकारी, आइसीडीएस सतनाम सिंह, सीडीपीओ ऊना कुलदीप सिंह दयाल, सीडीपीओ बंगाणा हरिश मिश्रा, सीडीपीओ अम्ब अनिल कुमार, आंगनबाड़ी पर्यवेक्षक व आंगनबाड़ी कार्यकत्र्ता सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। मेरे गांव की बेटी मेरी शान योजना के तहत छह बेटियों का सम्मान
‘मेरे गांव की बेटी मेरी शान’ योजना के तहत जिला की छह बेटियों अजोली की सुजाता कपिला, सनोली की दविन्द्र कौर, लोअर अरनियाला की हिमानी बैंस व वंदना कुमारी, बसेदहड़ा की अंशुल और नगनोली गांव की प्रवीण लता खड़वाल को विभिन्न क्षेत्रों में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया। ऊना उत्कर्ष योजना के तहत 50 स्थानीय दुकानदारों को भी अपनी दुकानों को बेटियों के नाम से प्रदर्शित करने के लिए बोर्ड प्रदान कर सम्मानित किया गया। इसके अलावा जिले के 21 स्कूलों के प्रधानाचार्यो को भी सम्मानित किया गया।