भोपाल के छोला मंदिर थाना क्षेत्र में एक युवक ने ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी। वह बीते 24 घंटे से घर से गायब था। सोमवार दोपहर उसकी लाश परिजन को रेलवे ट्रैक के पर पड़ी मिली। हालांकि सुसाइड नोट नहीं मिलने से खुदकुशी के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है।
करोंद निवासी 23 वर्षीय राकेश सूर्यवंशी पिता बाबूलाल सूर्यवंशी का पेंटिंग का काम था। छोला मंदिर पुलिस थाने के टीआई अनिल कुमार मौर्य ने बताया कि राकेश रविवार से घर से गायब था। सुबह वह अभी आने का कहकर निकला था। सोमवार दोपहर उसका शव भानपुर के पास रेलवे ट्रैक पर मिला। उसने सुबह ही ट्रेन के सामने आकर जान दे दी। लोगों की सूचना पर शव बरामद कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। परिजन ने भी अब तक कोई विशेष कारण नहीं बताया है।
परिजन ने बताया कि राकेश ने रविवार शाम करीब 4 बजे अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया था। उसके बाद उसका किसी से संपर्क नहीं था। वह रात भी यहां-वहां भटकते रहा होगा। परिजन भी दोपहर बाद से ही उसकी तलाश कर रहे थे। वह घर से कुछ भी कहकर नहीं निकला था।
टीआई मौर्य के अनुसार राकेश पेटिंग का काम करता था। लॉकडाउन के कारण उसके पास काम नहीं था। इसके कारण मानसिक तनाव रहने की आशंका है। सुसाइड का यह एक कारण हो सकता है। हालांकि अन्य कारणों का पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं। परिजन के साथ ही दोस्तों और साथ में काम करने वालों से पूछताछ की जाएगी।