मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग में संयुक्त संचालक डॉ. राकेश मुंशी (55) का सोमवार को निधन हो गया। डॉक्टर मुंशी रोज जिम जाते थे। वह सोमवार को सुबह 8 बजे जिम गए थे और वर्कआउट शुरू करने से पहले ही उन्हें हार्टअटैक आया। इसके बाद उन्हें नेशनल हॉस्पिटल ले जाया गया। अस्पताल पहुंचने के पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उनकी पल्स जीरो बताई।
डॉ. मुंशी अप्रैल में कोरोना पॉजिटिव हुए थे और फिर ठीक भी हो गए थे। ठीक होने के बाद वह हर महीने हेल्थ चेकअप कराते थे। वह हार्ट की जांच भी कराते थे, उन्हें कोई बीमारी नहीं थी। संयुक्त संचालक डॉ. राकेश मुंशी मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग में ट्रेनिंग, प्लानिंग के संयुक्त संचालक और ब्लड बैंक और एड्स कंट्रोल सोसायटी के अपर संचालक भी थे। कोविड के बाद स्वास्थ्य को लेकर बेहद गंभीर हो गए थे, वह नियमित रूप से साइकिलिंग करते और जिम जाते थे।
डॉ. मुंशी के करीबी दोस्तों में शामिल एडिशनल डायरेक्टर स्वास्थ्य डॉ. पंकज शुक्ला ने बताया कि ‘डॉ. राकेश मुंशी का इस तरह अचानक जाना पूरे स्वास्थ्य विभाग को बेहद खल रहा है। हमें विश्वास ही नहीं हो रहा है कि वह अब हमारे बीच नहीं हैं। उनकी कमी को पूरा करना मुश्किल होगा। उन्होंने प्रदेश में ट्रेनिंग और प्लानिंग को लेकर ऐसे काम किए हैं, जिन्हें लंबे समय तक याद किया जाएगा। डॉ. राकेश मुंशी बेहद जिंदादिल, मेहनती और ईमानदार शख्स थे। काम को लेकर उनके अंदर जुनून था और वह उसे अंजाम तक पहुंचाकर ही दम लेते थे।’
डॉ. पंकज शुक्ला ने कहा- ‘डॉक्टरों स्टाफ और नर्सों की ट्रेनिंग हो या जिला अस्पतालों और छोटे अस्पतालों में ब्लड की सप्लाई हो। सारे काम उन्होंने प्रदेश में अपने स्तर से पूरे करवाए और आज वह सब कुछ व्यवस्थित दिख रहा है। डॉ. राकेश मुंशी का एक बेटा है, कनिष्क मुंशी। वह पढ़ाई पूरी कर हैदराबाद में जॉब करता है। डॉ. मुंशी की पत्नी वंदना मुंशी हैं और वह गृहिणी हैं।’