किसी भी स्थान की ऊर्जा को बढ़ाया और घटाया जा सकता है. वास्तु के अनुसार घर में रखी हर एक चीज के लिए एक दिशा निर्धारित की गई है. अगर इन नियमों का पालन ना किया जाए तो उस जगह की ऊर्जा में अस्थिरता महसूस की जा सकती है जिसका सीधा असर आपके पारिवारिक जीवन, आर्थिक स्थिति और अन्य चीजों पर पड़ता है. हम आज बात कर रहे हैं किसी भी घर की ऊर्जा को बढ़ाने के तरीके के बारे में…
- घर का मुख्य द्वार ऊर्जा के प्रवाह का एंट्री पॉइंट होता है. जो गेट घर के बाहर की ओर खुलता है, वह ऊर्जा को घर से दूर धकेल देता है. लिहाजा मुख्य द्वारा ऐसा होना चाहिए जो क्लॉकवाइज (जिस तरह घड़ी घूमती है) तरीके से खुले.
- अगर दरवाजा पूरी तरह नहीं खुलेगा तो अवसर भी सीमित हो जाएंगे. यह ध्यान रखें कि मुख्य द्वार के पास लॉबी में अंधेरा न रहे. अच्छी रोशनी होने से ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है और परिसर में संतुलन और शांति बढ़ती है.
- घर में कभी टूटी या चटकी हुई चीजें न रखें. ऐसा सामान घर में रखने से रिश्तों में कलह बढ़ती है, बिना वजह का तनाव रहता है.
- अलमारी और दराज से ऐसी चीजें साफ कर दें, जिनकी जरूरत नहीं है. घर को अच्छी तरह से साफ करें और सुनिश्चित करें कि वहां कोई मकड़ी के जाले न हों.
- घर की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए घर में नमक के पानी का पोछा लगाएं.
- घर की ऊर्जा और उसमें रहने वालों के स्वास्थ्य के बीच गहरा संबंध है. अगर बाथरूम किचन के ठीक दूसरी ओर है तो इसका असर सेहत पर दिखेगा. ऐसे में दरवाजा बंद रखें और दरवाजे के फ्रेम पर वास्तु ऊर्जा के जरिए उन्हें विभाजित कर दें ताकि नकारात्मक ऊर्जा वहीं रुक जाए.
- घर में एक तुलसी का पौधा होना चाहिए. इससे नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है.
- एक्वेरियम चलते पानी की तरह होते हैं और उत्तर-पूर्व दिशा में रखे जाने पर यह शुभ होता है.
- किचन में दवाइयां न रखें.
- घर में युद्ध, अकेलापन और गरीबी दिखाने वाले चित्रों से बचें. पॉजिटिव एनर्जी लाने के लिए प्रकृति से जुड़ी तस्वीरें लगाएं.