कोरोना संकट के चलते तकरीबन 7 महीने से बंद पड़ा केरल का प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर शनिवार, 17 अक्टूबर को सुबह श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया. कोरोना वायरस के मद्देनजर गाइडलाइंस को ध्यान में रखते हुए मंदिर को सिर्फ 5 दिन के लिए ही श्रद्धालुओं के लिए खोला गया है. इस बीच रोजाना सिर्फ 250 लोग ही पूजा-अर्चना के लिए मंदिर में दर्शन के लिए जा सकेंगे.
मंदिर जाने वाले दर्शनाभिलाषियों के लिए वर्चुअल क्यू रजिस्ट्रेशन को जरूरी किया गया है. मासिक पूजा के लिए ही मंदिर को खोला गया है. कोरोना महामारी के चलते देशभर के बड़े धार्मिक स्थलों को बंद किया गया था. अब अनलॉक की प्रक्रिया में धीरे-धीरे धार्मिक स्थानों को फिर से खोला जा रहा है.
सबरीमाला मंदिर में दर्शन के लिए डिजिटल प्रणाली के जरिए शनिवार को 246 लोगों ने बुकिंग की. कोरोना की रिपोर्ट साथ लेकर नहीं जा रहे लोगों का निलक्कल बेस कैम्प में रैपिड एंटीजन टेस्ट किया जा रहा है. कोरोना प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए घी, अभिषेक और अन्न दान के लिए मंदिर में खास व्यवस्था की गई है.
मंदिर परिसर में 10 से 60 वर्ष की आयु के लोगों को ही एंट्री मिलेगी. साथ ही दर्शन करने वालों लोगों को एक फिटनेस सर्टिफिकेट ले जाना होगा. इसके अलावा पम्बा नदी में स्नान और मंदिर परिसर में रात में रुकने का बंदोबस्त नहीं होगा. बता दें कि पहले दिन मंदिर में सुबह 5 बजे से दर्शन शुरू हुए.