अब बर्फबारी या अन्य आपदा के समय एनएच-88 पर शिमला की ओर हीरानगर के जंगलों में ट्रैफिक नहीं फंसेगा। अब धमून-शिल्ली कनेक्टिंग रोड से बडैहरी होते हुए शिमला पहुंचा जा सकेगा। घणाहट्टी पेट्रोल पंप से धमून की ओर जाने वाला रोड अब बडैहरी-शिल्ली रोड से जुड़ गया है। 22 दिनों के काम के बाद धमून और शिल्ली रोड को आपस में जोड़ने का काम पूरा कर लिया गया है।
लाेअर हिमाचल के 7 जिलाें से शिमला आने वाले लाेगाें काे सर्दियों में कई बार हीरानगर के जंगलाें में बर्फ की वजह से फंसना पड़ता है। पिछली सर्दियाें में दाे दफा बर्फ गिरने की वजह से सैकड़ों लोग रात भर गाड़ियों में हीरानगर के जंगल में फंसे रहे। लेकिन इस मुश्किल से निकलने का नया रास्ता निकल दिया गया है।
अब हीरानगर के जंगल में बर्फ से रोड बंद हाेने की हालात में नेशनल हाईवे 88 पर लाेअर हिमाचल से आने वाला ट्रैफिक हीरानगर पेट्राेल पंप से निकलने वाले धमून लिंक राेड से शिल्ली हाेते हुए बडैहरी हाेकर आसानी से शिमला पहुंच सकेगा। सवा दाे किलाेमीटर सड़क बनाकर इन दाेनाें लिंक राेड काे जाेड़ा गया है। इन दाेनाें लिंक राेड के जुड़ने से जुब्बड़हट्टी, रामपुरी, घनाहट्टी, धामी जैसे एरिया के लाेगाें काे कनेक्ट हाेने के लिए टुटू का लंबा रास्ता नहीं लेना पड़ेगा।
लाखाें लाेगाें काे फायदा पहुंचाने वाले इस लिंक राेड के काम काे करवाने में शिल्ली और क्लीमू गांव के लाेगाें का बड़ा याेगदान रहा है। 25 बरसाें से सवा दाे किमी एरिया में दाेनाें लिंक राेड काे कनेक्ट करने की मांग की जा रही थी। शिल्ली और क्लीमू गांव के लाेगाें ने सबसे पहले लिंक राेड बनाने के लिए अपनी जमीन देने की एनओसी दी। मगर कई कारणाें से लिंक राेड का काम शुरू नहीं हाे पाया।
आखिर में इन दाेनाें गांवाें ने सड़क बनाने के रास्ते में आने वाली अपनी जमीन लाेक निर्माण विभाग काे देने के लिए गिफ्ट डीड साइन की। इसके बाद ही लिंक रोड का काम शुरु हो पाया। धमून और शिल्ली लिंक राेड काे कनेक्ट करने के लिए दोनों तरफ से मशीनें लगाई गई थीं। सवा दाे किमी एरिया में बनने वाली नई सड़क काे बनाने के लिए एक मशीन धमून लिंक राेड में रैहल गांव की तरफ से ताे दूसरी मशीन शिल्ली-क्लीमू लिंक राेड की तरफ से लगाई गई थी। इस तरह दोनों तरफ से मशीनें लगाकर इस रोड को तैयार कर दिया गया।
ये लिंक राेड बनने से न सिर्फ एनएच 88 हीरानगर के जंगल में बंद हाेने पर शिमला पहुंचने का नया रास्ता मिल गया है, बल्कि इस एरिया की 15 पंचायताें काे राेजाना की आवाजाही में भी सीधा फायदा होगा। दुधाल्टी, पाहल से लेकर घणाहट्टी, पनेश, शालाघाट, जुब्बड़हट्टी समेत रामपुरी एरिया की पंचायतों के लाेग एक दूसरे के एरिया में आने जाने के लिए अब टुटू आने जाने से बच जाएंगे।
जुब्बड़हट्टी, रामपुरी, बडैहरी एरिया से धामी, शालाघाट, पाहल जाने वाले टुटू, ढैंडा, हीरानगर के 12 किमी सफर की बजाय बडैहरी से सीधे 8 किमी के सफर में शिल्ली हाेते हुए हीरानगर पेट्राेल पहुंचेंगे। इससे लाेगाें काे टुटू के जाम में भी नहीं फंसना पड़ेगा। इसी तरह दुधाल्टी, पाहल से लेकर घणाहट्टी, पनेश, शालाघाट एरिया की कई पंचायताें के लाेग भी जुब्बड़हट्टी, रामपुरी, बडैहरी एरिया में टुटू जाने से बच जाएंगे