वैसे तो कोविड नियमों का पालन न करने वाले की टोली हर जगह ही मिल जाएगी, लेकिन ऊना शहर में अधिकारियों के कार्यालयों के इर्दगिर्द ही ऐसे बेपरवाह लोग दिखने लगे हैं। मतलब स्पष्ट है कि अनलॉक प्रक्रिया में लोगों ने कोविड नियमों को धत्ता बताकर अपनी मनमानी शुरू कर दी है। इसे विडंबना कहें या लापरवाही लेकिन नियमों को मानने वाले शहर में बिना मास्क एवं शारीरिक दूरी के नियम को न मानने वालों को देखकर स्वयं को ठगा ठगा महसूस कर रहे हैं। बेशक नियमों का पालन करने से उनकी ही सुरक्षा है।
लेकिन नियम सब के लिए एक यह नियमावली कहीं न कहीं दोहरे मापदंड़ों में उभरकर सामने आ रही है। इसका बड़ा उदाहरण यहीं से पता चल सकता है कि जिस मिनी सचिवालय में उपायुक्त से लेकर तमाम बड़े अधिकारी आपसी तालमेल से कोविड नियमों को लेकर कड़ाई से पालन कराने के निर्देश जिले भर के लिए जारी करते हैं, उसी मिनी सचिवालय के इर्दगिर्द बड़ी संख्या में लोग बिना मास्क पहने परिसर तथा सड़क पर आते-जाते देखे जा सकते हैं। अब ऐसे लोगों को न तो खुद कोरोना संक्रमित होने की परवाह है और न ही दूसरों को संक्रमण बांटने की।