मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां शिमला से वर्चुअली 1.71 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला के आवासीय परिसर के लोकार्पण किया। उन्होंने 4.90 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले ‘शिक्षा सदन’ की आधारशिला रखी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश को शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन उपलब्धियों के लिए बड़े राज्यों की श्रेणी में भारत का उत्कृष्ट राज्य आंका गया है। उन्होंने कहा कि यह केवल प्रदेश सरकार द्वारा राज्य के छात्रों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा उपलब्ध करवाने के कारण ही संभव हुआ है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि स्कूल शिक्षा बोर्ड प्रदेश के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में मौजूदा बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ बनाना है। उन्होंने कहा कि 34 वर्ष के अन्तराल के उपरान्त केन्द्र सरकार द्वारा तैयार की गई नई शिक्षा नीति विद्यार्थियों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार भी राज्य में नई शिक्षा नीति को लागू करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 महामारी ने आम जनता की जीवनशैली को प्रभावित किया है और विश्व की अर्थ-व्यवस्था के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती उत्पन्न कर दी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि इस वायरस के कारण प्रदेश के विकास में कोई बाधा न आए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करने के लिए ‘हर घर पाठशाला’ के तहत आॅनलाइन शिक्षा का प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि कक्षा में शिक्षा ग्रहण करने का कोई भी विकल्प नहीं है, लेकिन फिर भी आॅनलाइन कक्षाओं से प्रदेश के विद्यार्थियों को बहुत राहत मिली है।
जय राम ठाकुर ने इस अवसर पर शिक्षा बोर्ड के ‘कुल गीत’ और पत्रिका भी जारी की।
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि शिक्षा बोर्ड का आवासीय परिसर बोर्ड के कर्मचारियों को आवास सुविधा प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि राज्य के प्रत्येक क्षेत्र में पिछले तीन वर्षों के दौरान अभूतपूर्व विकास हुआ है।
धर्मशाला के विधायक विशाल नेहरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के कुशल नेतृत्व में राज्य प्रगति और समृद्धि के पथ पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने हमेशा ही क्षेत्र के विकास के प्रति विशेष ध्यान दिया है।
स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डाॅ. सुरेश कुमार सोनी ने मुख्यमंत्री और अन्य गणमान्यों का स्वागत करते हुए कहा कि शिक्षा बोर्ड वर्तमान समय में छात्रों के विकास में चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। उन्होंने कहा कि बोर्ड द्वारा नैतिक शिक्षा जैसी विभिन्न गतिविधियां छात्रों के लिए चलाई जा रही हैं।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के सचिव अक्षय सूद ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
सांसद किशन कपूर, सांसद राज्यसभा इंदु गोस्वामी, विधायक रविंद्र धीमान और राजेश ठाकुर अपने-अपने स्थान से इस कार्यक्रम में आॅनलाइन शामिल हुए, जबकि ज्वाली के विधायक अर्जुन सिंह ठाकुर मुख्यमंत्री के साथ शिमला में उपस्थित थे।