फ्रांसीसी भविष्यवक्ता माइकल दि नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियां साल दर साल सही साबित होती जा रही हैं. अब तक नास्त्रेदमस ने जो भी भविष्यवाणियां अपनी किताबों में लिखीं हैं, उनमें से 70 फीसदी से ज्यादा सच साबित हुईं हैं. सैकड़ों साल पहले नास्त्रेदमस ने लेस प्रोफेसीस नाम की एक किताब के जरिए कई भविष्यवाणियां की थीं. इस किताब का पहला संस्करण 1555 में आया था. नास्त्रेदमस की इस किताब में कुल 6338 भविष्यवाणियां हैं, जिनमें से अधिकतर सच साबित हुई हैं.
एक रशियन वैज्ञानिक ऐसा बायलॉजिकल वैपन और वायरस विकसित करेगा, जो इंसान को जॉम्बी बना देगा. इस तरह इंसान की प्रजाति का सर्वनाश हो जाएगा. बायलॉजिकल वैपन इस वक्त पूरी दुनिया के लिए खतरा बना हुआ है. कोरोना वायरस से मच रही तबाही का उदाहरण हमारे सामने है. कई जानकार मानते हैं कि कोरोना वायरस को चीन के लैब में तैयार किया गया और तबाही का हथियार बनाया गया. नास्त्रेदमस के मुताबिक, इस बार रूस में विकसित किया गया एक नया वायरस इंसानों के सर्वनाश का कारण बनेगा.
नास्त्रेदमस के मुताबिक अकाल, भूकंप, तरह-तरह की बीमारियां और महामारी दुनिया के अंत के पहले संकेत होंगे. साल 2020 में कोरोना वायरस की महामारी इसकी शुरुआत मानी जा सकती है. 2021 में एक ऐसा अकाल आएगा, जिसका सामना दुनिया ने पहले कभी नहीं किया. दुनिया की आबादी का एक बड़ा हिस्सा इस तबाही से उबर नहीं पाएगा. 2021 में सूर्य की तबाही धरती के क्षतिग्रस्त होने का कारण बनेगी. जलवायु परिवर्तन से युद्ध और टकराव की स्थिति पैदा होगी. रिसोर्स के लिए दुनिया में झगड़े शुरू होंगे और लोग पलायन करेंगे.
नास्त्रेदमस ने पृथ्वी से धूमकेतु टकराने की बात भी कही है, जो भूकंप और कई तरह की प्राकृतिक आपदाओं का कारण बनेगा. पृथ्वी की कक्षा में प्रवेश करने के बाद ये एस्टेरॉयड उबलना शुरू कर देगा. आकाश में ये नजारा ‘ग्रेट फायर’ जैसा होगा.
हैरानी की बात ये है कि NASA के वैज्ञानिक भी पहले ही एक बड़े धूमकेतु के पृथ्वी से टकराने की आशंका जाहिर कर चुके हैं. वैज्ञानिकों के मुताबिक, 2009 KF1 नाम के एक एस्टेरॉयड के 6 मई 2021 को पृथ्वी से टकराने का खतरा है. वैज्ञानिकों का कहना है कि इस एस्टेरॉयड की ताकत 1945 में हिरोशिमा पर अमेरिका द्वारा गिराए गए परमाणु बम से करीब 15 गुना ज्यादा होगी.नास्त्रेदमस ने साल 2020 को महामारी का साल बताया था. ऐसे में उनकी साल 2021 की भविष्यवाणियों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. वैसे भी यूनाइटेड किंगडम में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन मिलने के बाद पूरी दुनिया पर खौफ के बादल मंडरा रहे हैं.
मानव जाति को बचाने के लिए अमेरिकी सैनिकों को कम से कम दिमागी स्तर पर साइबॉर्ग्स की तरह बदल दिया जाएगा. इसके लिए ब्रेन चिप का इस्तेमाल किया जाएगा. ये चिप इंसान के मस्तिष्क की बायलॉजिकल इंटेलिजेंस को बढ़ाने का काम करेगी. इसका मतलब हुआ कि हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को अपनी बुद्धि और शरीर में शामिल करेंगे.
अब तक नास्त्रेदमस ने प्राकृतिक आपदाओं और महामारी को लेकर जो भी भविष्यवाणियां की हैं, वो सटीक साबित हुईं हैं. इस लिहाज से साल 2021 और भी भयानक साबित हो सकता है. दुनिया के किसी हिस्से में भूकंप से तबाही मच सकती है. एक प्रलयकारी भूकंप ‘न्यू वर्ल्ड’ को तबाह कर देगा. कैलिफॉर्निया को इसका लॉजिकल प्लेस कह सकते हैं, जहां ये घटना हो सकती है.इन भविष्यवाणियों को वैज्ञानिक ज्यादा तव्वजो तो नहीं देते हैं, लेकिन नास्त्रेदमस पर अध्ययन करने वालों का मानना है कि आने वाला साल तबाही भरा साबित हो सकता है. इन दावों में कितना दम और कितनी सच्चाई है ये तो 2021 में ही पता चलेगा.