उप चुनाव में कांग्रेस पार्टी में रहते हुए कांग्रेस के खिलाफ काम करने वालों पर अनुशासन का डंडा फिलहाल नहीं चलेगा। दरअसल कांग्रेस अनुशासन समिति की पहली बैठक मे इस पर कोई निर्णय नहीं लिया जा सका। प्रदेश कार्यालय में मंगलवार को हुई समिति की इस बैठक में तय हुआ है कि अनुशासनहीनता करने वाले नेताओं व पदाधिकारियों पर फैसला अगली बैठक के बाद होगा। पहली बैठक में मुख्य रूप से दो पूर्व मंत्री डाॅ. गोविंद सिंह और लाखन सिंह पटेल के खिलाफ शिकायत पर फैसला होना था, लेकिन इसे अगली बैठक तक के लिए टाल दिया गया है।
समिति के अध्यक्ष भारत सिंह ने कहा कि पहली बैठक में 14 प्रकरण आए। चूंकि यह पहली बैठक थी, इसलिए सदस्यों के साथ समिति के समक्ष रखे गए प्रकरणों पर केवल बातचीत हुई। अगली बैठक फरवरी के पहले सप्ताह में रखी गई है। जिसमें कार्रवाई के संबंध में निर्णय लिया जाएगा। बताया गया है कि समिति ने आगामी नगरीय निकाय चुनाव तक किसी भी नेता के खिलाफ कोई कार्रवाई ना करने का निर्णय लिया है। दोनों पूर्व मंत्रियों के खिलाफ शिकायत के बारे में समिति अध्यक्ष से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अगली बैठक में चर्चा करने के बाद फैसला लिया जाएगा।
पहले तथ्य जुटाए जाएंगे
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि चंबल के दोनों दिग्गज नेता डाॅ. गोविंद सिंह और लाखन सिंह के खिलाफ शिकायत पर समिति और तथ्य जुटाने के लिए शिकायत करने वालों को पेश होने के लिए पत्र लिखेगी। हालांकि इस बारे में अध्यक्ष ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है। इस बैठक में सेवा दल के संयोजक सत्येंद्र यादव के खिलाफ भी कार्रवाई करने की शिकायतों पर निर्णय होना था, लेकिन उन्हें पहले ही पार्टी से 6 साल के निष्कासित कर दिया गया है।
फैसला कमलनाथ ही करेंगे
अनुशासन समिति की बैठक में कांग्रेस नेता हरपाल सिंह ठाकुर और ब्रजभूषण नाथ के सोशल मीडिया के जरिए प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर उठाए गए सवालों के मामले पर भी सुनवाई होना थी। इसके अलावा उप चुनाव के दौरान कई और नेताओं के सोशल मीडिया पर कमेंट भी आए थे। समिति अगली बैठक से पहले इन मामलों में संबंधित नेताओं का पक्ष भी जानेगी। दोनों पक्षों के स्पष्टीकरण के बाद समिति अपना फैसला करेगी। समिति अपनी ओर से अनुशंसा कर इन मामलों को प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के पास भेजेगी। कमलनाथ ही उस पर अपना अंतिम फैसला सुनाएंगे।
डाॅ. गोविंद सिंह ने हेमंत कटारे को हराने में ताकत लगाई
डॉ गोविंद सिंह पर भिंड जिले के जिला अध्यक्ष श्रीराम बघेल ने आरोप लगाया था कि उन्होंने मेहगांव सीट से कांग्रेस उम्मीदवार हेमंत कटारे को हराने में अपनी ताकत लगाई। हालांकि गोविंन्द सिंह खुद इस बात की वकालत करते हैं कि पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। बता दें कि भिंड जिला कांगेस कमेटी ने डाॅ. सिंह के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित कर कार्रवाई के लिए अनुशासन समिति को भेजा था।
वायरल हुआ था लाखन सिंह का बयान
कांग्रेस के एक और दिग्गज नेता लाखन सिंह यादव ने कमलनाथ के खिलाफ बयान दिया था। नगरीय निकाय चुनाव के लिए हुई बैठक में उन्होंने कहा था कि कमलनाथ के सर्वे धरे के धरे रह गए। वे कह रहे थे कि सभी सीटें जीतेंगे. लाखन सिंह का ये वीडियो वायरल हो गया और जानकारी संगठन तक पहुंच गई। हालांकि इस मामले की शिकायत नहीं की गई है, लेकिन अनुशासन समिति इस पर भी विचार कर सकती है।