भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के आचरण अधिकारी डी के जैन ने हितों के टकराव की शिकायत पर गुरुवार को बोर्ड के नवनियुक्त उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला को नोटिस जारी किया। जैन ने शुक्ला और बीसीसीआई को इस मामले में जवाब देने के लिए दो सप्ताह का समय दिया है।
जैन ने अपने आदेश में लिखा है, ‘भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के आचरण अधिकारी को बीसीसीआई की नियमावली के नियम 39(2) के तहत संजीव गुप्ता की शिकायत मिली है जो राजीव शुक्ला के खिलाफ हितों के टकराव से जुड़ी है।’ मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ के पूर्व आजीवन सदस्य संजीव गुप्ता ने 8 जनवरी को शुक्ला के खिलाफ हितों के टकराव की शिकायत दर्ज कराई थी।
गुप्ता ने लिखा था कि शुक्ला उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ के निदेशक होने के साथ साथ इसकी शीर्ष संस्था बीसीसीआई में पदाधिकारी भी हैं जो कि हितों का टकराव है। जैन ने लिखा है, ‘शिकायत पर आगे कार्रवाई करने से पहले मेरे लिए बीसीसीआई और राजीव शुक्ला के रुख का पता करना आवश्यक है। इसलिए बीसीसीआई और राजीव शुक्ला को आचरण अधिकारी को अपना जवाब देने के लिए दो सप्ताह का समय दिया गया है। इसके बाद ही इस मामले में आगे आदेश पारित किया जाएगा।’
बीसीसीआई के संविधान के अनुसार एक व्यक्ति एक समय में कई पदों पर नहीं रह सकता है। इस संबंध में शुक्ला प्रतिक्रिया के लिए उपलब्ध नहीं थे। शुक्ला को 24 दिसंबर 2020 को बोर्ड की वार्षिक आम बैठक में सर्वसम्मति से बीसीसीआई उपाध्यक्ष चुना गया था। वह पूर्व में आईपीएल के चेयरमैन भी रह चुके हैं।