विनायक चतुर्थी को गणेश चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। हर महीने शुक्ल पक्ष की अमावस्या को विनायक चतुर्थी मनाई जाती है। विनायक चतुर्थी हमेशा अमालस्या के बाद होती है। इस साल यह 16 जनवरी को मनाई जा रही है।
ऐसी मान्यता है कि इस चतुर्थी पर भगवान गणेश की अराधना और व्रत किया जाता है। कहते हैं इस दिन व्रत करने से गणेश जी की कृपा तो मिलती ही है साथ ही वो अपने भक्तों को हर संकट से निकालते हैं। हिन्दु पंचांग के अनुसार विनायक चतुर्थी 16 जनवरी को सुबह 11 बजे लगेगी और 17 जनवरी को 8.08 रात तक रहेगी। पूजा का शुभ मुहूर्त दिन में 11.39 से 1.33 बजे तक है।
भगवान गणेश को गणपत्ति बप्पा भी कहते हैं। उनका एक नाम एकदंत भी है। विनायक चतुर्थी की पूजा दोपहर के समय ही करनी चाहिए, वहीं संकष्टी चतुर्थी की पूजा चंद्रमा के उदय होने के समय करना चाहिए। इस दिन व्रत करने से बप्पा अपने भक्तों के कई दुखों को हरते हैं।
Vinayak Chaturthi date and time:
विनायक चतुर्थी प्रारंभ:16 जनवरी को सुबह 11 बजे
विनायक चतुर्थी समाप्त: 17 जनवरी को 8.08 रात तक
पूजा का शुभ मुहूर्त दिन में 11.39 से 1.33 बजे तक