राज्यसभा सांसद व बीजेपी के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को आखिरकार भोपाल में सरकारी बंगला एलॉट हो गया है। 18 साल बाद सिंधिया का नया पता- B-5 श्यामला हिल्स हो गया है। यह बंगला करीब डेढ़ एकड़ में फैला है, जो पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती और उनके धुर राजनीतिक प्रतिद्वंदी दिग्विजय सिंह को मिले बंगले से बड़ा है। बंगला नं. बी-6 में रह रहीं उमा भारती, सिंधिया की पड़ोसी हैं, जबकि दिग्विजय सिंह 3 बंगले छोड़ कर B-1 में रहते हैं। मंत्रिमंडल गठन में भी सिंधिया के लोगों को भरपूर तवज्जो मिली है। ताजा फैसला भी बता रहा है कि वे कांग्रेस से भाजपा में आकर भी सत्ता-संगठन में पुराने जमे नेताओं पर भारी पड़ रहे हैं।
लोकसभा चुनाव हारने के बाद केंद्र सरकार ने सिंधिया से दिल्ली (27 सफदरजंग रोड) का सरकारी आवास 27 जुलाई 2019 को खाली करा लिया था। गुना से सांसद रहते सिंधिया ने तीन साल पहले मप्र सरकार (मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के तीसरे कार्यकाल में ) से भोपाल में सरकारी बंगला मांगा था, लेकिन उनका आवेदन करीब छह माह तक लंबित रहा। उस दौरान सिंधिया विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष रहे। वे अपना बेस कैंप भोपाल को बनाना चाहते थे। सिंधिया ने कमलनाथ सरकार में भी प्रयास किया था। फिर 2019 में वह लोकसभा चुनाव हार गए और बंगला नहीं मिल पाया।
सिंधिया 2002 से लेकर 2019 तक लोकसभा सांसद रहे, पर प्रदेश के अन्य सांसदों की तरह उन्हें भोपाल में सरकारी आवास नहीं मिला। अब जाकर उनकी मुराद पूरी हुई। मार्च 2020 में भाजपा की सरकार ज्योतिरादित्य सिंधिया की वजह से ही बनी है। मंत्रिमंडल गठन में भी सिंधिया के लोगों को तवज्जो मिली है। अब इसे शिवराज सरकार का तोहफा माना जा रहा है।
बता दें कि जो बंगला सिंधिया को एलाॅट किया गया है, उसमें कमलनाथ सरकार में मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल रहते थे। सरकार गिरने के बाद उन्होंने बंगला खाली कर दिया था। इसके बाद यह बंगला किसी को एलाॅट नहीं किया गया।
एक से डेढ़ एकड़ में फैले हैं बंगले, मेंटेनेंस पर हर साल 50 करोड़ खर्च
पूर्व मुख्यमंत्रियों, मंत्रियों और विधायकों को बी और सी टाइप बंगले मिले हैं, जो 1 से 1.50 एकड़ क्षेत्र में फैले हैं। बी टाइप बंगले 105 हैं, जिनका किराया 6 हजार रु. प्रतिमाह है। सी टाइप बंगले 61 है, जिनका किराया 4800 रुपए है। इन बंगलों के मेंटेनेंस पर हर साल सरकार को 50 करोड़ रुपए खर्च करने होते हैं।
33 साल सिंधिया परिवार के पास था बंगला नंबर-27 सफदरजंग रोड
सिंधिया कई वर्षों से 27 सफदरजंग रोड बंगले में रह रहे थे। वो मध्य प्रदेश के गुना लोकसभा सीट से लगातार सांसद रहते हुए इसी बंगले में 17 साल रहे। यह बंगला पहले ज्योतिरादित्य के पिता माधवराव सिंधिया को आवंटित हुआ था। उनकी असमय मृत्यु के बाद जब ज्योतिरादित्य चुनाव जीत कर संसद पहुंचे तो सरकार ने उन्हें यह बंगला आवंटित कर दिया था। इस बंगले से ज्योतिरादित्य की काफी यादें जुड़ी हैं, क्योंकि उनका लंबा समय यहां बीता है।