कोरोना संक्रमण का खतरा जिले में कम होने के बाद अब स्कूलों में नियमित कक्षाएं पहली फरवरी से शुरू होने जा रही हैं। इसी मद्देनजर स्कूलों में तमाम व्यवस्थाओं के लिए शिक्षकों ने प्लान तैयार करना शुरू कर दिया है। पहली फरवरी से बोर्ड कक्षाओं के विद्यार्थी स्कूलों में पहुंचकर पढ़ाई कर सकेंगे।
प्रारंभिक चरण में बोर्ड कक्षाओं के छात्रों में पांचवीं व आठवीं से लेकर 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को स्कूल पहुंचना अनिवार्य होगा। कक्षाओं में एक डेस्क पर एक ही विद्यार्थी बैठाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए शिक्षकों ने तैयारी की है। हालांकि इस पैटर्न के आधार पर नवंबर में भी कक्षाएं शुरू करने का निर्णय लिया गया था, जोकि स्कूलों में बच्चों की पूरी उपस्थिति को लेकर ज्यादा कारगर सिद्ध नहीं हो सका था। एक बार फिर स्कूलों में कक्षाएं शुरू करने का निर्णय लिया गया है। इसकी तैयारी को लेकर ऊना के कन्या विद्यालय में बुधवार को सभी शिक्षकों ने मौजूदगी दर्ज कराकर एक्शन प्लान तैयार किया।
स्कूल में छात्रों के पहुंचने से पूर्व स्कूल प्रबंधन कक्षाओं सहित स्कूल परिसर को पूरी तरह से सैनिटाज करेंगे। कक्षाओं में प्रवेश से पूर्व ही छात्रों के हाथों को सैनिटाइज करने की व्यवस्था का प्रबंध किया जाएगा। पेयजल की व्यवस्था और हाथ धोने के लिए साबुन का प्रबंध किया जाएगा। शिक्षकों सहित छात्रों को स्कूल में मास्क पहनकर ही आना होगा।
जिला में 136 के करीब सीनियर सेकेंडरी स्कूल हैं तो उच्च स्कूलों की संख्या 47 है। इसमें बोर्ड की कक्षाओं के छात्रों की नियमित कक्षाएं पहली फरवरी से लगेंगी। अगर किसी कक्षा में छात्रों की संख्या बढ़ती है तो इसके लिए जिला शिक्षा विभाग द्वारा प्रधानाचार्य को शिफ्ट में कक्षा लेने के लिए अधिकृत किया गया है।
जिले में बोर्ड कक्षाओं के विद्यार्थियों को पहली फरवरी से स्कूल में आना होगा। स्कूल में शिक्षकों ने पूरी संख्या के साथ आना शुरू कर दिया है। छात्रों के बैठने से पूर्व कक्षाओं को सैनिटाइज करना अनिवार्य किया गया है। एसओपी के तहत ही छात्रों को पढ़ाई कराई जाएगी।